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बासुकीनाथ धाम में श्रद्धालुओं को नकली पनीर खिलाने की साजिश नाकाम, 150 किलो मिलावटी पनीर जब्त

बासुकीनाथ धाम में श्रद्धालुओं को नकली पनीर खिलाने की साजिश नाकाम, 150 किलो मिलावटी पनीर जब्त

झारखंड के पवित्र तीर्थस्थल बासुकीनाथ धाम में जारी श्रावणी मेले के दौरान श्रद्धालुओं को नकली और हानिकारक खाद्य सामग्री परोसने की एक बड़ी साजिश को प्रशासन ने समय रहते विफल कर दिया है। शुक्रवार को दुमका में प्रशासन ने करीब 150 किलोग्राम नकली पनीर बरामद किया, जो पटना से बस के जरिये भेजा गया था।

श्रावणी मेला के दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु बासुकीनाथ धाम पहुंचते हैं, और इसी भीड़ का फायदा उठाकर कुछ असामाजिक तत्व मिलावटी सामान बेचने की कोशिश करते हैं। पहले भी प्रशासन ने बाजार से नकली पेड़ा, आइसक्रीम और खराब अचार जब्त कर नष्ट कराया था।

इसी सिलसिले में जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी अमित कुमार राम को गुप्त सूचना मिली थी कि नकली पनीर की बड़ी खेप दुमका पहुंचने वाली है। सूचना के आधार पर उन्होंने अपनी टीम के साथ अटल बिहारी वाजपेयी बस स्टैंड पर छापेमारी की।

जब बस से उतारकर नकली पनीर को एक ऑटो रिक्शा में लादा जा रहा था, उसी वक्त अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन मिलावटखोर मौके से फरार हो गए। रिक्शा से करीब 150 किलो मिलावटी पनीर बरामद किया गया। जांच के दौरान जब पनीर पर परीक्षण के लिए रसायन डाला गया, तो वह कोयले की तरह काला हो गया, जिससे यह पुष्टि हो गई कि पनीर पूरी तरह से नकली और हानिकारक है।

क्या बोले खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी?
अधिकारियों ने बताया कि यह पनीर खाने से मानव स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है, खासकर लीवर को नुकसान पहुंचता है। खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी अमित कुमार राम ने कहा, "हमें पहले से ही जानकारी थी कि नकली पनीर मेला क्षेत्र में सप्लाई किया जा सकता है, इसलिए हमारी टीम पूरी सतर्कता के साथ निगरानी कर रही थी।"

उन्होंने कहा कि जब्त किए गए पनीर को जल्द ही नष्ट कर दिया जाएगा और इस तरह की गतिविधियों पर सख्ती से नजर रखी जाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि श्रद्धालुओं को सुरक्षित और शुद्ध खाद्य सामग्री ही उपलब्ध हो, इसके लिए विभाग लगातार सक्रिय है।

लगातार हो रही कार्रवाई
पिछले कुछ दिनों में बासुकीनाथ बाजार से मिलावटी पेड़ा, नकली आइसक्रीम और खराब अचार जब्त किए जाने के बाद यह नकली पनीर की सबसे बड़ी बरामदगी है। प्रशासन की सतर्कता से यह स्पष्ट है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई गई है।