मई के पहले दो हफ्ते में राज्य में होगी बारिश, ओलावृष्टि और वज्रपात का अलर्ट जारी, महीने के अंत तक 42 डिग्री तक जाएगा पारा

झारखंड में एक बार फिर मौसम करवट ले रहा है। मौसम विभाग ने 7 मई तक राज्य के कई जिलों में तेज हवा, बारिश, ओलावृष्टि और वज्रपात की संभावना जताई है। इसके मद्देनजर पलामू, गढ़वा, चतरा और लातेहार में यलो अलर्ट जारी किया गया है, जबकि राजधानी रांची समेत 20 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। अनुमान है कि इन जिलों में हवा की रफ्तार 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
इस बीच मई की शुरुआत ठंडी और खुशनुमा हो गई है। बीते कुछ दिनों में झारखंड के अलग-अलग हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि देखने को मिली है। तापमान में भी उल्लेखनीय गिरावट आई है। 4, 5 और 6 मई को भी पूरे राज्य में यलो अलर्ट जारी रहेगा और हालात आगे भी इसी तरह बने रह सकते हैं।

राजस्थान से बांग्लादेश तक असर फैला रहा चक्रवातीय दबाव
मौसम विभाग ने बताया है कि राजस्थान से लेकर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और पश्चिम बंगाल होते हुए बांग्लादेश तक एक चक्रवाती सिस्टम सक्रिय है। इसका सीधा प्रभाव झारखंड के मौसम पर देखा जा रहा है। यही वजह है कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग तीव्रता की बारिश हो रही है।
राज्य के तमाम जिलों में दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। खासकर रातों में ठंडक महसूस की जा रही है। पलामू में सबसे अधिक 34 डिग्री सेल्सियस का अधिकतम तापमान रिकॉर्ड हुआ है, जबकि रांची में यह 31.8 डिग्री रहा, जो सामान्य से करीब 5 डिग्री कम है।
मई में राहत, लेकिन अंत में बढ़ेगी गर्मी
पूर्वानुमान के मुताबिक मई के पहले पंद्रह दिनों तक लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी। इस अवधि में बादल छाए रहेंगे, आंधी-तूफान और वज्रपात की आशंका बनी रहेगी। तापमान 32 से 34 डिग्री के बीच रहने की उम्मीद है, हालांकि वातावरण अपेक्षाकृत शुष्क रहेगा।
दूसरे और तीसरे सप्ताह में वर्षा सामान्य से कम रह सकती है, लेकिन अंतिम सप्ताह में मौसम का मिजाज बदल जाएगा। तापमान में तेज़ी से बढ़ोतरी होगी और पारा 40 से 42 डिग्री तक पहुंच सकता है। संभावना है कि इस बार मई के अंत तक 2024 का रिकॉर्ड भी टूट जाए, जब अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री तक गया था।