रामनवमी की शांति व्यवस्था को लेकर हजारीबाग में बैठक, डॉ. अमरदीप यादव ने सुरक्षा को लेकर दिये अहम सुझाव

हजारीबाग के सदर थाना परिसर सभागार में रामनवमी को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने को लेकर एक अहम बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में जिला प्रशासन, रामनवमी महासमिति, शांति समिति, सद्भावना मंच, विभिन्न अखाड़ों के पदाधिकारी, पूर्व अध्यक्ष और समाजसेवी शामिल हुए।
बैठक में पूर्व महासमिति अध्यक्ष डॉ. अमरदीप यादव ने सुरक्षा को लेकर कुछ महत्वपूर्ण सुझाव रखे। उन्होंने कहा कि रामनवमी समाप्त होने तक संवेदनशील इलाकों में बिजली की व्यवस्था सुचारू हो, साथ ही जनरेटर और हाईमास्ट लाइट की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। प्रमुख चौक-चौराहों पर एलईडी स्क्रीन लगाई जाए ताकि भीड़ पर नजर रखी जा सके।

उन्होंने यह भी कहा कि ड्रोन कैमरे, विशेष रूप से नाइट विजन ऑप्टिकल जूम कैमरों का उपयोग कर निगरानी की जानी चाहिए। असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाए और जिन घरों में पत्थर जमा किए गए हैं, उन्हें चिन्हित कर वहां से पत्थर हटवाने की कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा, "पत्थर निर्जीव वस्तु है, इसका कोई धर्म नहीं होता, लेकिन पत्थर चलाने वालों की पहचान जरूरी है।" ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
इसके अलावा, उन्होंने सुझाव दिया कि बैरियरों में रेडियम स्टीकर लगाए जाएं ताकि रात में भी सुरक्षा व्यवस्था प्रभावी रहे। अखाड़ा समितियों की जरूरतों और समस्याओं का समाधान किया जाए। साथ ही, सभी लोग आत्मनियंत्रण रखें और अपने संपर्क में रहने वालों को भी शांति बनाए रखने के लिए प्रेरित करें।
डॉ. यादव ने यह भी कहा कि स्थानीय पुलिस पर बाहरी दबाव पड़ सकता है, इसलिए संवेदनशील इलाकों में सीआरपीएफ और बीएसएफ की तैनाती की जाए और उनकी सुरक्षा में रामनवमी की झांकी निकाली जाए। बैठक में उपस्थित अधिकारियों और समिति के सदस्यों ने इन सुझावों पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया।