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Ranchi: JSSC पेपर लीक कांड में मिली बड़ी सफलता, 3 लोग धराये

JSSC-CGL पेपर लीक मामले की जांच एसआईटी ने शुरू कर दी है। गुरुवार को एसआईटी ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें एक की स्पष्ट संलिप्तता सामने आ रही है। वहीं, जेएसएससी के अफसरों से भी एसआईटी पूछताछ कर रही है। पूछताछ के बाद जेएसएससी के अफसरों ने एसआईटी के पदाधिकारियों पर आरोप लगाया है कि उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने इस संबंध में मुख्य सचिव को पत्र भी लिखा है। बताया गया है कि 8 फरवरी को संबंधित पदाधिकारियों को जोनल आईजी कार्यालय बुलाया गया। जांच में सभी से सहयोग करने की बात कही गई। लेकिन, वरीय पुलिस मले अधिकारियों ने प्रश्न पत्र लीक करने को वालों संदिग्धों के नाम बताने के लिए तीन दवाव बनाया। अमर्यादित व्यवहार इनमें किया गया। 

आयोग के सभी पदाधिकारी और कर्मी भयभीत 

आयोग के सभी पदाधिकारी और कर्मी भयभीत है। वर्तमान अध्यक्ष भी पदाधिकारियों और कर्मियों को सहयोग नहीं कर रहे है। उनकी कार्यशैली से आयोग के कर्मी निराश हैं। इधर, एसएसपी रांची ने एसआईटी की मदद के लिए 4-4 सदस्यों की टीमें बनाई है। आयोग के अधिकारियों ने एसआईटी को बताया है कि सभी प्रक्रियाएं आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से होती है। परीक्षार्थियों का परीक्षा केंद्र कहां होगा। प्रश्नों का चयन कौन विशेषज्ञ करेंगे। प्रश्न कौन से होंगे और उनके उत्तर क्या होंगे। इस संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी आयोग के किसी भी स्तर के कर्मचारी या पदाधिकारी को नहीं होती है।

करीब 4000 छात्रों पर प्राथमिकी 

जेएसएससी सीजीएल पेपर लीक मामले को लेकर प्रदर्शन कर रहे करीब 4000 छात्रों पर प्राथमिकी हुई है। छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो समेत 15 को नामजद किया गया है। कुल 4000 लोगों पर प्राथमिकी कराई गई है। प्रश्न पत्र लीक मामले में नामकुम थाने में आयोग की संयुक्त सचिव मधुमिता कुमारी की ओर से अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जिसमें बताया गया था कि 28 जनवरी को तृतीय पाली (सामान्य ज्ञान) की परीक्षा समाप्त होने तक किसी भी केंद्र से परीक्षा सामग्रियों का सील टूटे होने या गोपनीयता भंग होने की सूचना आयोग को नहीं मिली थी। आयोग को उसी दिन दोपहर 2.32 व 2.38 बजे ई-मेल मिले थे। जिसमें प्रतियोगिता परीक्षा के समान्य ज्ञान के उत्तर विकल्प क्रमवार तरीके से 4 पृष्ठों में थे। बता दें कि 28 जनवरी को हुई परीक्षा और 4 फरवरी को होने वाली परीक्षा को स्थगित करने की मांग पर छात्र जेएसएससी कार्यालय के सामने आंदोलन कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने के बाद छात्र उग्र हो गए और काफी हो हंगामा हुआ था। जेएसएससी अध्यक्ष का घेराव किए जाने के कारण इतनी बड़ी संख्या में छात्रों पर प्राथमिकी कराई गई है।