रांची विश्वविद्यालय में स्नातक नामांकन प्रक्रिया जारी, अब तक 43 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त

शैक्षणिक सत्र 2025–28 के लिए रांची विश्वविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले की प्रक्रिया तेज़ी से चल रही है। छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने चांसलर पोर्टल को फिर से 29 जुलाई 2025 तक खोलने का निर्णय लिया है, जिससे वे विद्यार्थी जो अब तक आवेदन नहीं कर पाए थे, उन्हें एक और अवसर मिल सके।
बताते चलें कि रांची विश्वविद्यालय में इस सत्र के लिए कुल 70,000 सीटें उपलब्ध हैं। अब तक 43,000 से ज्यादा छात्रों ने आवेदन जमा कर दिए हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि पर्याप्त सीटें मौजूद हैं और इच्छुक छात्रों के लिए अब भी अवसर खुले हैं।
राज्य से बाहर के छात्रों में भी दिखी रुचि
अब रांची विश्वविद्यालय की लोकप्रियता झारखंड तक सीमित नहीं रह गई है। बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के छात्र भी बड़ी संख्या में आवेदन कर रहे हैं। विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. सुदेश कुमार साहू के अनुसार, “चांसलर पोर्टल के जरिए देश के अन्य हिस्सों से भी छात्रों के आवेदन आ रहे हैं और चयन प्रक्रिया मेरिट सूची के आधार पर की जा रही है।”

जल्द जारी होगी चयन सूची, दस्तावेज़ सत्यापन की प्रक्रिया 4 जुलाई से
विश्वविद्यालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पहली मेरिट लिस्ट 3 जुलाई को प्रकाशित की जाएगी। चयनित छात्रों के दस्तावेज़ों की जांच और नामांकन की प्रक्रिया 4 जुलाई से 12 जुलाई तक चलेगी। अगर निर्धारित समय तक सीटें खाली रह जाती हैं तो पोर्टल को फिर से खोले जाने की संभावना है।
केवल कॉलेजों में ही नहीं, विश्वविद्यालय के स्नातक और परास्नातक विभागों में भी नामांकन का कार्य शुरू हो चुका है। छात्रों से ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे हैं और विभागीय मेरिट लिस्ट निर्धारित तिथि पर प्रकाशित की जाएगी।
छात्रों को अंतिम अवसर का लाभ उठाने की अपील
प्रो. साहू ने बताया कि “जो छात्र किन्हीं कारणों से पहले आवेदन नहीं कर सके थे, उनके लिए यह एक महत्वपूर्ण मौका है। हमारा प्रयास है कि योग्य छात्र किसी भी कारणवश अवसर से वंचित न रह जाएं।”
रांची विश्वविद्यालय में इस बार नामांकन को लेकर छात्रों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। आवेदन प्रक्रिया की पारदर्शिता और सीटों की पर्याप्तता ने इसे न केवल झारखंड, बल्कि पूरे पूर्वी भारत में उच्च शिक्षा के एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित कर दिया है।