Movie prime

Ranchi: जैप वन के जवानों ने बंदूक से फायरिंग कर मां दुर्गा को सलामी दी, जानिये क्या है मान्यता

राजधानी रांची स्थित जैप वन के जवानो ने बंदूक से फायरिंग कर मां दुर्गा को सलामी दी। जैप वन ग्राउंड मे विधि विधान के साथ कलश स्थापना की गई है। बता दें कि शारदीय नवरात्र के दौरान माता दुर्गा की  विशेष रूप से पूजा अर्चना की जाती है। वहीं जवानों के द्वारा आज नवरात्र के सप्तमी तिथि को फूलपाती शोभा यात्रा निकाली गयी। जवानों द्वारा आज शोभायात्रा के अलावा सशस्त्र फायरिंग, आकर्षक बैंड प्रदर्शन और नौ कन्या पूजन किया गया। फूलपाती शोभा यात्रा के दौरान जैप के जवानों और उनके परिजनों ने बैंड बाजे के साथ वृक्ष की पूजा की। प्रकृति की पूजा करने के बाद जवानों ने हवन ने किया। गौरतलब है कि डोरंडा स्थित जैप वन परिसर में शक्ति की देवी दुर्गा की पूजा की परंपरा वर्षों पुरानी है। जानकारी के मुताबिक साल 1880 से यहां जवानों द्वारा मां दुर्गा की पूजा की जाती है। मान्यता है की माता की 9 दिनों तक विशेष पूजा आराधना करने से जवानों पर किसी प्रकार का संकट नहीं आता है।

हर जगह जवानों की रक्षा करती है मां दुर्गा

गोरखा जवानों के हथियारों की पूजा के पीछे ऐसी मान्यता रही है की गोरखा और नेपाली संस्कृति पुरातन समय से ही शक्ति के उपासक रहे है. ऐसे में बलि की प्रथा प्राचीन काल से चली आ रही है और अब इनकी संस्कृति का हिस्सा बन गई है. जवानों के मन में विश्वास है की शक्ति की देवी मां दुर्गा की पूजा करने से वे हर जगह जवानों की रक्षा करती है. इसलिए वे हर पूजा में मां दुर्गा को बलि अर्पित करते है और उनके सम्मान में गोलिया चलाते है।

142 वर्षो से प्रत्येक वर्ष होता आ रहा है यहां पूजा

करीब 142 वर्षो से प्रत्येक वर्ष यहां पूजा होता आ रहा है, शक्ति के उपासक गोरखा जवानों का नवरात्र पूजा का इतिहास सदियों से चला आ रहा है। नवरात्र में मां दुर्गा उपासना अंग्रेजों के जमाने से 1880 से ही यहां पर मां का दरबार सज रहा है। अस्त्र शस्त्र का पूजा इसलिए किया जाता है कि इनका मानना है कि दुश्मनों उसे जब लोहा लेते समय कभी धोखा नहीं मिला है। मां दुर्गा की कृपा हमेशा बनी रहती है।