झारखंड में अलकायदा की जड़ें! 16 नए संदिग्धों की पहचान, रांची से जुड़े तार

झारखंड पुलिस ने अलकायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) के झारखंड मॉड्यूल से जुड़े 16 नए संदिग्धों की पहचान की है। इन सभी का कनेक्शन रांची के निजी अस्पताल में कार्यरत रेडियोलॉजिस्ट डॉ. इश्तियाक से रहा है, जिसे पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़े गए अन्य संदिग्धों से पूछताछ के बाद इन युवाओं की पहचान हुई। झारखंड एटीएस के अनुसार, ये अधिकतर युवक रांची के चान्हो, मांडर और लोहरदगा के लोहरदगा शहर तथा कुडू इलाके के रहने वाले हैं। बताया जा रहा है कि इन युवाओं को कट्टरपंथ की ओर धकेलने की कोशिश की गई थी।
रांची से अब तक चार गिरफ्तार, शाहबाज अंसारी पर बड़ा खुलासा
अब तक AQIS के चार संदिग्धों को रांची से गिरफ्तार किया गया है। इनमें से एक, शाहबाज अंसारी, जो राजस्थान के भिवाड़ी कैंप से फरार था, उसे दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और झारखंड एटीएस ने मिलकर 10 जनवरी को लोहरदगा जिले के सेन्हा के चितरी गांव से गिरफ्तार किया। शाहबाज मूल रूप से रांची के चान्हो का रहने वाला है और 24 अगस्त को राजस्थान के भिवाड़ी में AQIS ट्रेनिंग कैंप में मौजूद था, लेकिन दिल्ली पुलिस की छापेमारी के दौरान भागने में सफल रहा था। पूछताछ के दौरान शाहबाज ने कई अहम खुलासे किए, जिसके बाद 16 नए संदिग्धों की पहचान हुई।

अब्दुल रहमान कटकी के जरिए AQIS से जुड़ा था इश्तियाक
झारखंड में AQIS के नेटवर्क को मजबूत करने में अब्दुल रहमान कटकी की बड़ी भूमिका रही है। घाघीडीह जेल में बंद कटकी ने ही डॉ. इश्तियाक को संगठन से जोड़ा था। दिल्ली एटीएस ने 24 अगस्त को रांची के निजी अस्पताल में काम करने वाले रेडियोलॉजिस्ट डॉ. इश्तियाक को गिरफ्तार किया था। इश्तियाक पर आरोप है कि उसने चान्हो इलाके के कई युवाओं को कट्टरपंथ की राह पर धकेलकर संगठन से जोड़ा था। इन युवाओं में से छह को राजस्थान के भिवाड़ी में ट्रेनिंग के लिए भेजा गया था, जहां से इनकी गिरफ्तारी हो चुकी है।
झारखंड में आतंकी संगठनों की बढ़ती सक्रियता सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती बन रही है। एटीएस अब शाहबाज अंसारी से गहन पूछताछ की तैयारी कर रही है, जिससे AQIS के नेटवर्क के बारे में और अहम जानकारियां सामने आ सकती हैं।