चाईबासा में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई, 14 आईईडी बरामद कर किए नष्ट
चाईबासा जिले में रविवार को सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फेरते हुए एक अहम सफलता हासिल की। झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ, चाईबासा पुलिस और सरायकेला पुलिस की संयुक्त टीम ने एक बड़े तलाशी अभियान के दौरान चाईबासा-सारायकेला की सीमा से सटे कुचाई क्षेत्र के घने जंगलों में 14 इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बरामद किए। हर आईईडी का वजन करीब दो किलोग्राम था। सुरक्षाबलों ने इन सभी विस्फोटकों को मौके पर ही नष्ट कर दिया।
पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन को मिली गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई। उन्हें इनपुट मिला था कि भाकपा माओवादी के नक्सलियों ने पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला के सीमावर्ती वन क्षेत्रों में भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री छिपा रखी है, जिसका इस्तेमाल वे सुरक्षाबलों पर हमले के लिए करने वाले थे। इसी सूचना के आधार पर तुरंत सघन तलाशी अभियान चलाया गया और 14 खतरनाक आईईडी को ढूंढ निकाला गया।
नक्सलियों की इन साजिशों को विफल करने के लिए सुरक्षाबलों द्वारा लगातार ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। भाकपा माओवादी के कई शीर्ष नक्सली नेता—जैसे मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन, पिंटु लोहरा, चंदन लोहरा, अमित हांसदा उर्फ अपटन, जयकांत और रापा मुंडा—सारंडा और कोल्हान इलाके में सक्रिय हैं और विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने की फिराक में हैं।
इन खतरों को ध्यान में रखते हुए चाईबासा पुलिस, सीआरपीएफ, कोबरा और झारखंड जगुआर की टीमों ने एक संयुक्त बल गठित किया है, जो इन संवेदनशील क्षेत्रों में लगातार सर्च ऑपरेशन और कॉम्बिंग कर रहा है, ताकि किसी भी नक्सली साजिश को वक्त रहते नाकाम किया जा सके।







