हजारीबाग में धार्मिक जुलूस पर पथराव, आगजनी से माहौल गरमाया

झारखंड के हजारीबाग जिले के बरकट्टा गांव में रविवार रात एक धार्मिक जुलूस के दौरान हुए कथित पथराव के बाद क्षेत्र में तनाव व्याप्त हो गया है। घटना रात करीब आठ बजे हुई, जिसके बाद झुरझुरी गांव समेत आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। बरही के एसडीपीओ अजीत कुमार बिमल ने बताया कि जुलूस के दौरान कुछ शरारती तत्वों ने पथराव किया, जिससे दो समुदायों के बीच आपसी तनाव बढ़ गया। इसके विरोध में लोगों ने जीटी रोड के एक हिस्से को अवरुद्ध कर दिया।
महिलाओं के घायल होने का दावा, पुलिस करेगी कड़ी कार्रवाई
जुलूस आयोजित करने वाले समूह का कहना है कि पथराव की चपेट में आकर कई महिलाएं घायल हुई हैं, हालांकि पुलिस ने इस दावे की अब तक पुष्टि नहीं की है। पुलिस का कहना है कि स्थिति को पूरी तरह नियंत्रण में ले लिया गया है और माहौल बिगाड़ने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।

मस्जिद के पास झड़प, फिर आगजनी
पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार सिंह ने जानकारी दी कि धार्मिक यज्ञ के दौरान निकाले जा रहे जुलूस के दौरान जब वह मस्जिद के समीप पहुंचा, तब दोनों समुदायों में झड़प हो गई। देखते ही देखते पत्थरबाजी शुरू हो गई और कुछ असामाजिक तत्वों ने पास में रखे पुआल के ढेर में आग लगा दी। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की। अब इलाके में शांति बनी हुई है और दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
पहले भी कई बार भड़का है तनाव
यह कोई पहली घटना नहीं है जब हजारीबाग में धार्मिक जुलूस के दौरान टकराव हुआ हो। 7 अप्रैल को राम नवमी के जुलूस के दौरान भी भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। झंडा चौक पर दो समुदायों में विवाद और पथराव की घटना हुई थी। 26 मार्च को भी इसी स्थान पर मंगला शोभायात्रा के समय हल्की झड़प और पत्थरबाजी की खबर सामने आई थी। जिला प्रशासन ने हालात की गंभीरता को देखते हुए सीसीटीवी कैमरे से निगरानी शुरू कर दी थी।
फरवरी में भी दिखी थी सांप्रदायिक दरार
26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर धार्मिक झंडा और लाउडस्पीकर को लेकर दो पक्षों में कहासुनी हो गई थी, जो बाद में पत्थरबाजी में बदल गई। उस घटना में कुछ लोग घायल हुए थे। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया और बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किया गया था।