JSSC CGL परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर सड़क पर उतर आये छात्र, झारखंड बंद का किया आह्वान

झारखंड में हाल ही में संपन्न हुई JSSC CGL परीक्षा को रद्द करने की मांग के तहत छात्र समन्वय समिति ने झारखंड बंद का आह्वान किया है। दुमका में इस बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। छात्र सड़कों पर उतर आए हैं और साहिबगंज-गोविंदपुर हाइवे और रिंग रोड पर फूलो झानो चौक के पास जाम कर दिया है, जिससे सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है, और छात्रों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर नौकरियों को बेचने का आरोप लगाया है, जिससे दुमका-पाकुड़, दुमका-साहिबगंज, और दुमका-सिउड़ी मार्गों पर आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
परीक्षा रद्द करने की मांग पर अड़े छात्र
सड़कों पर उतरे छात्रों की प्रमुख मांग है कि जेएसएससी सीजीएल परीक्षा को रद्द किया जाए, क्योंकि इसमें कदाचार और प्रश्न पत्र लीक जैसी गड़बड़ियों का आरोप लगाया जा रहा है। छात्र नेता श्यामदेव हेम्ब्रम ने कहा कि पिछले साढ़े चार सालों में सरकार ने बेरोजगारों को नौकरियां नहीं दीं, और अब जब सरकार का कार्यकाल समाप्त होने वाला है, तब यह परीक्षा कराई गई, जिसमें भारी अनियमितताएं देखी गई हैं। उन्होंने सरकार से छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए परीक्षा को जल्द से जल्द रद्द करने की अपील की है।

आर्थिक नाकेबंदी की दी चेतावनी
छात्र नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर परीक्षा रद्द नहीं की गई, तो वे पूरे राज्य में आर्थिक नाकेबंदी करेंगे, जो अनिश्चितकाल तक जारी रहेगी। उन्होंने साफ किया है कि इसके परिणामस्वरूप जो भी नुकसान होगा, उसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।