Movie prime

जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में सम्मिलित हुये राज्यपाल, छात्राओं को दिया प्रेरणादायी संदेश

राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। साथ ही राज्यपाल ने वहां फूलो-झानो छात्रावास एवं दामोदर सीनेट हॉल का भी उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि झारखंड के औद्योगिक केंद्र जमशेदपुर में स्थित जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह के शुभ अवसर पर, मैं बतौर कुलाधिपति आप सभी का हार्दिक अभिनंदन करता हूँ। यह दिन न केवल विश्वविद्यालय के लिए बल्कि उन सभी छात्राओं के लिए भी गौरव का क्षण है, जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से यह उपलब्धि हासिल की है।

आगे उन्होंने कहा कि छात्राओं, आज का दिन आपके परिश्रम और समर्पण का प्रमाण है। यह डिग्री मात्र एक प्रमाण-पत्र नहीं, बल्कि आपकी मेहनत, ज्ञान और सामाजिक जिम्मेदारी का प्रमाण है। शिक्षा का असली उद्देश्य केवल डिग्री प्राप्त करना नहीं, बल्कि उस ज्ञान को समाज और राष्ट्र के कल्याण में लगाना है। आप सभी से मेरा आग्रह है कि अपनी शिक्षा का उपयोग समाज और राष्ट्र निर्माण में करें और अपने कौशल से देश को सशक्त बनाएं।

जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में सम्मिलित हुये राज्यपाल, छात्राओं को दिया प्रेरणादायी संदेश 

राज्यपाल ने कहा कि यह गर्व की बात है कि जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय कोल्हान क्षेत्र में महिला शिक्षा का प्रमुख केंद्र बन चुका है। एक छोटे से इंटरमीडिएट कॉलेज के रूप में अपनी यात्रा शुरू करने वाला यह संस्थान आज पूर्ण विश्वविद्यालय के रूप में विकसित हो चुका है और महिला सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यहाँ की पूर्व छात्राएँ आज विभिन्न क्षेत्रों में सफलता के झंडे गाड़ रही हैं। 1962 में भारत रत्न जे.आर.डी. टाटा ने इस कॉलेज को शहर के मध्य में एक बड़ा परिसर और भवन उपलब्ध कराया। इस अवसर पर मैं वर्ष 2024 में दिवंगत हुए रतन टाटा जी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ, जिन्होंने उद्योग जगत के साथ-साथ शिक्षा और समाज सेवा में भी अतुलनीय योगदान दिया। महिला शिक्षा को बढ़ावा देने में उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा।

जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में सम्मिलित हुये राज्यपाल, छात्राओं को दिया प्रेरणादायी संदेश 

उन्होंने यह भी कहा कि आज के वैश्विक परिदृश्य में, हमें अपनी छात्राओं को सर्वश्रेष्ठ शिक्षा प्रदान करने का संकल्प लेना चाहिए। हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि यह विश्वविद्यालय झारखंड और देशभर में महिला उच्च शिक्षा के लिए एक आदर्श केंद्र बने। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना ने महिला शिक्षा और सशक्तिकरण को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है। इस योजना के माध्यम से देशभर में बालिकाओं को शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया गया है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।

जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में सम्मिलित हुये राज्यपाल, छात्राओं को दिया प्रेरणादायी संदेश 

आगे उन्होंने कहा कि डिग्री प्राप्त करने वाली छात्राओं से मेरा यह संदेश है कि अपने करियर का चयन सोच-समझकर करें और अनुशासन बनाए रखें। आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें और चुनौतियों को अवसर में बदलें। आपने यहाँ जो मूल्य सीखे हैं, वे जीवनभर आपका मार्गदर्शन करेंगे। आज महिलाएँ हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। वे डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, प्रशासक और खिलाड़ी बनकर देश का नाम रोशन कर रही हैं। नेल्सन मंडेला ने कहा था कि "शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है जिससे आप दुनिया को बदल सकते हैं।" वहीं, डॉ. भीमराव अंबेडकर के अनुसार, "किसी समाज की प्रगति को महिलाओं की प्रगति से मापा जाता है।"

जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में सम्मिलित हुये राज्यपाल, छात्राओं को दिया प्रेरणादायी संदेश 

जब भी मैं विभिन्न विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोह में जाता हूँ, तो यह देखकर गर्व होता है कि स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाली छात्राओं की संख्या छात्राओं की तुलना में अधिक होती है। यह इस बात का प्रमाण है कि जब एक बेटी शिक्षित होती है, तो वह पूरे परिवार और समाज को शिक्षित करती है। झारखंड की ये बेटियाँ न केवल राज्य, बल्कि पूरे देश का मान बढ़ाएँगी। साथ ही उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों ने इसे नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने में अहम भूमिका निभाई है। मैं उन्हें हृदय से बधाई देता हूँ। साथ ही, उपाधि प्राप्त करने वाली सभी छात्राओं को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ देता हूँ।