सरना स्थल पर फ्लाईओवर निर्माण से नाराज आदिवासी संगठन, 14 मई को राजभवन घेराव का ऐलान

रांची के सिरमटोली स्थित सरना स्थल के समीप फ्लाईओवर रैम्प बनाए जाने को लेकर आदिवासी समुदाय में भारी असंतोष देखा जा रहा है। मंगलवार को इस मुद्दे पर राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा के बैनर तले प्रेस क्लब में एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई, जिसमें आदिवासी नेताओं ने सरकार पर तीखा प्रहार किया। प्रेस वार्ता के दौरान वक्ताओं ने राज्य सरकार को "दिकु सरकार" बताते हुए उस पर आदिवासी आस्था की अवहेलना और आदिवासी विरोधी नीतियां अपनाने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने यह घोषणा की कि 14 मई को वे राजभवन के समक्ष शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करेंगे।
सभा के मुखिया संजय पाहन ने आरोप लगाया कि सिरमटोली स्थित सरना धर्म स्थल के पास पुलिस की निगरानी और बंदूक के साए में जबरन फ्लाईओवर रैम्प का निर्माण किया गया है, जो सरना धर्म और आदिवासी मान्यताओं का घोर अपमान है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन आदिवासियों ने अबुआ सरकार को सत्ता दिलाने में भूमिका निभाई, आज उन्हीं की बातों को नजरअंदाज किया जा रहा है। यहां तक कि आदिवासी विधायकों और मंत्रियों की आवाज भी बेअसर हो गई है।

पाहन ने बताया कि धार्मिक स्वतंत्रता, सरना धर्म की गरिमा और सांस्कृतिक पहचान की रक्षा के लिए आगामी 14 मई को राजभवन के समक्ष धरना दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरहुल जैसी सांस्कृतिक परंपराएं आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुकी हैं, लेकिन सरकार इन्हें कुचलने का प्रयास कर रही है। प्रेस वार्ता में रवि तिग्गा, प्रभा तिर्की, सुशिल उरांव, सुका पाहन समेत बड़ी संख्या में सरना अनुयायी मौजूद रहे।