Movie prime

हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के दो दिन पहले बड़गाईं की जमीन के पंजी-2 में हुआ था सुधार

तत्कालीन बड़गाईं सीओ मनोज कुमार ने 29 जनवरी को इस जमीन से संबंधित पंजी-2 में सुधार किया है। वहीं पूर्व सीओ मनोज कुमार ने भी कहा कि, पंजी-2 में सुधार करने का आदेश आया था।

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 31 जनवरी को ईडी द्वारा पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद रोज़ ही इस मामले से जुड़े नई घटनाएं सामने आ रही हैं। हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद, चंपाई सोरेन राज्य के नए मुख्यमंत्री बने। कल सदन के विशेष सत्र के दौरान चंपाई सरकार ने बहुमत भी हासिल कर लिया। ऐसे में एक नई जानकारी सामने आयी है। दरअसल, हेमंत सोरेन ने अपनी गिरफ्तारी और पुलिस रिमांड को अवैध बताते हुए कोर्ट में 2 महत्वपूर्ण दस्तावेज़ पेश किये थे। जिसमे यह दावा किया गया है कि उक्त 8.46 एकड़ भूमि मूल मालिकों के पास ही हैं। इस जमीन पर कभी भी हेमंत सोरेन का कब्जा नहीं था। 

सूत्रों के मुताबिक, 16 अगस्त 2023 को जमीन के असली मालिकों ने भू-राजस्व विभाग के पास यह दावा किया था कि बड़गाईं स्थित जमीन उनकी है। भू-राजस्व विभाग को लिखित रूप से इस बात की जानकारी मूल मालिकों द्वारा दी गयी थी। वहीं 14 अगस्त 2023 को इसी जमीन को लेकर पूछताछ के लिए पूर्व मुख्यमंत्री को ईडी द्वारा समन जारी किया गया था। 

अब एक तरफ बड़गाईं अंचल की विवादित जमीन को हेमंत सोरेन और ईडी के बीच कानूनी जंग चल रही है, तो वहीं दूसरी तरफ यह मामला अनुसूचित क्षेत्र विनियम के पास था। हालांकि अब इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि, तत्कालीन बड़गाईं सीओ मनोज कुमार ने 29 जनवरी को इस जमीन से संबंधित पंजी-2 में सुधार किया है। वहीं पूर्व सीओ मनोज कुमार ने भी कहा कि, पंजी-2 में सुधार करने का आदेश आया था। अब इसे संयोग ही माना जाएगा कि 29 जनवरी को दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर ईडी ने दबिश दी थी और हेमंत सोरेन का कुछ अता-पता नहीं था।