घटवाल जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग को लेकर केंद्रीय मंत्री अमित शाह से प्रतिनिधिमंडल ने की मुलाक़ात
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पूर्व मंत्री हरिनारायण राय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में मुलाकात की और घटवाल जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने का प्रस्ताव रखा। इस प्रतिनिधिमंडल में असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे भी शामिल थे। निशिकांत दुबे ने इस मुलाकात की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की।
माननीय गृहमंत्री अमित शाह जी @AmitShah जी से घटवार/घटवाल को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने के लिए पूर्व मंत्री हरिनारायण राय जी के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल ने असम के कर्मठ मुख्यमंत्री हेमंत विशवशर्मा जी @himantabiswa के साथ मुलाक़ात की pic.twitter.com/RV8IHysSuF
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) September 29, 2024
भुइयां-घटवाल जाति को आदिवासी में शामिल करने की मांग लंबे समय से चल रही है, लेकिन चुनाव के समय इस मुद्दे पर अधिक जोर दिया जाता है। संथाल परगना की कुछ सीटों पर इस जाति का राजनीतिक प्रभाव महत्वपूर्ण है, खासकर गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में। पिछले लोकसभा चुनाव में इस जाति का समर्थन भाजपा के पक्ष में रहा था। हाल ही में हिमंता बिस्वा सरमा और निशिकांत दुबे की हरिनारायण राय से उनके आवास पर मुलाकात भी इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
हरिनारायण राय घटवाल जाति से आने वाले एक प्रमुख नेता हैं, जो दो बार निर्दलीय विधायक और पूर्व मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने बहुजन समाज पार्टी और झामुमो से भी चुनाव लड़ा है। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि वह भाजपा में शामिल होकर अपनी राजनीतिक किस्मत आजमा सकते हैं। घटवाल जाति का प्रभाव संथाल की कुछ विधानसभा सीटों पर अधिक है, जिससे गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे की इसमें रुचि स्वाभाविक है।