धर्मांतरण, घुसपैठ और लव जेहाद पर विहिप ने जताई चिंता, झारखंड को बताया ‘सॉफ्ट टारगेट’

रांची के स्टेशन रोड स्थित ग्रीन होराइजन होटल में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में संगठन के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने झारखंड में तेजी से हो रहे धर्मांतरण और घुसपैठ को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ईसाई मिशनरियों द्वारा आदिवासी क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर धर्मांतरण कराया जा रहा है, जबकि मुस्लिम समुदाय द्वारा ‘लव जेहाद’ की घटनाएं अब झारखंड में आम होती जा रही हैं।
परांडे ने कहा कि म्यांमार और बांग्लादेश की सीमाओं से सटे झारखंड के इलाकों में अवैध मुस्लिम घुसपैठ बढ़ती जा रही है। इसके चलते हिंदू आबादी के अनुपात में असंतुलन पैदा हो रहा है, जो राष्ट्र के लिए चिंताजनक है। उन्होंने विशेष रूप से साहिबगंज और पाकुड़ जिलों का उल्लेख करते हुए कहा कि यहां बड़े पैमाने पर मुस्लिम आबादी का दबाव महसूस किया जा रहा है, वहीं सिमडेगा जैसे आदिवासी जिलों में ईसाई मिशनरियों द्वारा सुनियोजित रूप से धर्मांतरण कराया गया है।

विहिप नेता ने गौ-तस्करी, लव जेहाद और घुसपैठ जैसे मामलों को सामाजिक चेतना का विषय बताते हुए कहा कि संगठन इन विषयों पर जागरूकता फैलाने और समाधान ढूंढ़ने का कार्य कर रहा है। मिलिंद परांडे ने यह भी आरोप लगाया कि बाहरी ताकतें और विधर्मी तत्व झारखंड के हिंदुओं और आदिवासियों की जमीन हड़पने की कोशिश कर रहे हैं। आदिवासी बेटियों से विवाह कर राजनीतिक प्रभाव बढ़ाने की साजिश भी सामने आ रही है।
उन्होंने विहिप के राष्ट्रव्यापी अभियानों की जानकारी देते हुए बताया कि विहिप देशभर में हिंदू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराने की मुहिम चला रही है। हाल ही में विजयवाड़ा में एक विशाल जनसभा आयोजित की गई थी और इस वर्ष देश के अन्य हिस्सों में भी ऐसे आयोजन होंगे। संगठन इस उद्देश्य को लेकर विभिन्न राज्यों की सरकारों, विधायकों और सांसदों से संपर्क कर कानून बनाने की दिशा में प्रयास कर रहा है। प्रेस वार्ता में विहिप झारखंड प्रांत अध्यक्ष चंद्रकांत रायपत और मंत्री मिथिलेश्वर मिश्र भी मौजूद थे।