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अहमदाबाद : लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट क्रैश, पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी समेत 242 लोग थे मौजूद

गुरुवार दोपहर एक बड़े विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए रवाना हो रही थी, उड़ान भरने के महज पांच मिनट बाद क्रैश हो गई। यह हादसा अहमदाबाद के मेघानीनगर इलाके के पास हुआ, जहां विमान में आग लग गई और धुएं का गुबार आसमान में फैल गया।

हादसे के समय बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान (A-171) में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य शामिल थे। यात्रियों में 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई शामिल हैं।

एयरपोर्ट से उड़ान भरने के 5 मिनट में हुआ धमाका
दोपहर करीब 1:38 बजे फ्लाइट ने टेक ऑफ किया और कुछ ही मिनटों में तेज धमाके की आवाज सुनाई दी। इसके बाद विमान नीचे आ गिरा और उसमें आग लग गई। अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद यह हादसा हुआ, जिससे फिलहाल एयरपोर्ट को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है और सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।

प्रधानमंत्री ने गृह मंत्री और उड्डयन मंत्री से की बात
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह और नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू से फोन पर बात की और हालात की समीक्षा करते हुए राहत कार्यों में तेजी लाने को कहा। गृह मंत्री ने गुजरात के मुख्यमंत्री से संपर्क कर केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।

जांच के लिए AAIB और DGCA की टीम रवाना
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) के महानिदेशक और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) की टीम अहमदाबाद पहुंच गई है। घटना के कारणों की गहन जांच शुरू हो गई है।

विमान दुर्घटना की खबर मिलते ही अहमदाबाद फायर ब्रिगेड की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं। राहत और बचाव का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। एयर इंडिया के अध्यक्ष एन. चंद्रशेखरन ने इस हादसे पर गहरा दुख जताते हुए कहा, “यह हमारे लिए अत्यंत दुखद दिन है। हमारी संवेदनाएं सभी प्रभावित परिवारों के साथ हैं। हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं कि राहत और सहायता बिना किसी देरी के पहुंचाई जाए।” उन्होंने बताया कि एक इमरजेंसी रिस्पॉन्स सेंटर सक्रिय कर दिया गया है और परिजनों के लिए सहायता टीम गठित की गई है। घटना की गंभीरता को देखते हुए नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू तुरंत अहमदाबाद पहुंचे और हालात का जायजा लिया। वे एनडीआरएफ, DGCA, AAI और राज्य प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।