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चंडीगढ़ : डिफेंस वॉलंटियर्स की भर्ती में उमड़ी युवाओं की भीड़, बोले-बस बंदूक पकड़ा दो, ठोक कर आएंगे

भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस संदर्भ में चंडीगढ़ में आयोजित डिफेंस वॉलंटियर्स की भर्ती कार्यक्रम में युवाओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। देश सेवा की भावना से ओत-प्रोत इतने लोग पहुंचे कि प्रशासन को कार्यक्रम स्थल को बदलने का निर्णय लेना पड़ा। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा।

कार्यक्रम में उपस्थित युवाओं ने पाकिस्तान मुर्दाबाद और भारत जिंदाबाद के जोशीले नारे लगाए। उनका कहना था कि वे पाकिस्तान से मुकाबला करने के लिए तैयार हैं और देश व सेना के साथ खड़े हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्हें बंदूक दे दी जाए तो वे किसी भी मोर्चे पर मुकाबला करने के लिए तैयार हैं। इस भर्ती कार्यक्रम में लड़कियों की भी बड़ी संख्या रही, जिनका कहना था कि सेना जो देश के लिए कर रही है, अब उनका फर्ज है कि वे भी सेना और देश की सेवा में कुछ योगदान करें।

कार्यक्रम स्थल पर उमड़ी भीड़ 
चंडीगढ़ प्रशासन ने डिफेंस वॉलंटियर्स की भर्ती और ट्रेनिंग के लिए सुबह 10:30 बजे का समय तय किया था। हालांकि, सुबह से ही युवाओं की भीड़ कार्यक्रम स्थल पर जुटनी शुरू हो गई थी। साढ़े 10 बजे तक इतनी बड़ी संख्या में युवक-युवतियां पहुंचे कि पुलिस को स्थिति संभालने के लिए सक्रिय होना पड़ा। टैगोर थिएटर में हालात ऐसे बन गए कि वहां लोगों के लिए खड़ा होना भी मुश्किल हो गया था, लेकिन भीड़ लगातार बढ़ती जा रही थी।

स्थल परिवर्तन और जोश से भरे नारे 
टैगोर थिएटर की 1000 लोगों की क्षमता से कहीं ज्यादा लोग पहुंचे, जिस कारण प्रशासन को कार्यक्रम को सेक्टर-17 के एक बड़े स्थल पर स्थानांतरित करने का निर्णय लिया। कार्यक्रम स्थल से जब युवाओं का समूह सेक्टर 17 तिरंगा पार्क की ओर बढ़ रहा था, तो वे भारत माता की जय और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। युवाओं का देश सेवा का जज्बा अत्यधिक प्रेरणादायक था।

बाहरी युवाओं से रजिस्ट्रेशन के लिए अपील 
चंडीगढ़ के बाहर से भी कई युवक-युवतियां डिफेंस वॉलंटियर्स के लिए रजिस्ट्रेशन करने पहुंचे थे। इसे देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन ने अपील की कि केवल स्थानीय लोग ही रजिस्ट्रेशन करवाएं, क्योंकि बाहरी लोगों का तुरंत मौके पर पहुंचना संभव नहीं हो पाता है। प्रशासन ने इस निर्णय के कारण स्थानीय युवाओं को ही प्राथमिकता देने की बात कही।