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छत्तीसगढ़ : दंतेवाड़ा-बीजापुर बॉर्डर पर मुठभेड़ में तीन नक्सली ढेर, शव और हथियार बरामद, रुक-रुककर फायरिंग जारी

 

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और बीजापुर जिलों की सीमा पर स्थित भैरमगढ़ क्षेत्र में शनिवार सुबह से सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ जारी है। सुबह करीब 9 बजे शुरू हुई इस भिड़ंत में अब तक तीन नक्सलियों को मार गिराने की पुष्टि हुई है। जवानों ने मारे गए नक्सलियों के शवों के साथ हथियार भी बरामद किए हैं।

एसपी ने दी जानकारी, 400 जवानों का सर्च ऑपरेशन जारी
दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने इस मुठभेड़ की जानकारी देते हुए बताया कि बीजापुर जिले के इंद्रावती क्षेत्र के घने जंगलों में माओवादी गतिविधियों की खबर मिलने के बाद करीब 400 जवानों की टीम को ऑपरेशन पर भेजा गया। यह अभियान दंतेवाड़ा और बीजापुर पुलिस का संयुक्त प्रयास है।

अब तक 2025 में 146 नक्सली ढेर
एसपी राय के अनुसार, 2025 की शुरुआत से अब तक बस्तर रेंज में 146 नक्सलियों को ढेर किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ अभी जारी है और माओवादियों को भारी नुकसान होने की संभावना है। सर्च ऑपरेशन के पूरा होने के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

अंबेली ब्लास्ट से जुड़ा था एक मारा गया नक्सली
जानकारी के अनुसार, मारे गए नक्सलियों में से एक की पहचान बीजापुर जिले के अंबेली गांव में 6 जनवरी को हुए IED विस्फोट में शामिल नक्सली के रूप में हो रही है। उस विस्फोट में जवानों से भरी गाड़ी को उड़ाया गया था, जिसमें 8 सुरक्षाकर्मी और एक ड्राइवर शहीद हो गए थे।

रेणुका समेत कई इनामी नक्सली मारे जा चुके हैं हाल में
महज 12 दिन पहले इसी इलाके में सुरक्षा बलों ने 45 लाख की इनामी महिला माओवादी नेता रेणुका उर्फ बानू को भी मुठभेड़ में ढेर किया था। वह दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी की सदस्य थी। उसके पास से इंसास राइफल, गोला-बारूद और लैपटॉप बरामद किया गया था।

वहीं 25 मार्च को भी एक बड़ी सफलता में 25 लाख के इनामी नक्सली सुधीर उर्फ सुधाकर समेत तीन माओवादियों को मार गिराया गया था। अब तक इस वर्ष बस्तर रेंज में कुल 119 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं।

गृह मंत्री का दावा: अगली चैत्र नवरात्रि तक खत्म होगा नक्सलवाद
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हाल ही में बस्तर दौरे पर कहा था कि अगली चैत्र नवरात्रि तक क्षेत्र को नक्सल आतंक से मुक्त कर दिया जाएगा। उन्होंने नक्सलियों से आत्मसमर्पण की अपील करते हुए कहा था कि जो गांव नक्सलियों को सरेंडर कराएंगे, उन्हें एक करोड़ रुपये तक की सहायता दी जाएगी।