दिल्ली : विंटर प्रदूषण पर लापरवाही को लेकर दिल्ली भाजपा ने केजरीवाल सरकार पर साधा निशाना
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि मानसून के समाप्ति की ओर बढ़ने के साथ ही दिल्लीवासियों की सर्दियों के प्रदूषण को लेकर चिंता बढ़ रही है। इस मौके पर उनके साथ दिल्ली भाजपा प्रवक्ता डॉ. अनिल गुप्ता और पर्यावरण चिंतक अधिवक्ता न्यूमा गुप्ता भी मौजूद थे।
वीरेन्द्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि पिछले एक दशक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की "अपराधिक लापरवाही" के कारण दिल्ली में सर्दियों के प्रदूषण का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है। 2023 का प्रदूषण स्तर दिल्ली के इतिहास में सबसे खराब रहा, जिससे लाखों लोग सांस की बीमारियों का शिकार हुए और कई की आकस्मिक मृत्यु भी हुई। उन्होंने कहा कि जनता को उम्मीद थी कि इस बार 2024 में सरकार कुछ ठोस कदम उठाएगी, लेकिन पर्यावरण मंत्री गोपाल राय सिर्फ पत्राचार में लगे हुए हैं।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि विंटर प्रदूषण से निपटने के लिए दीर्घकालिक और गंभीर उपायों की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार पड़ोसी राज्यों के साथ सहयोग करने के बजाय केंद्र सरकार से पत्र लिखने और पत्रकार वार्ताओं के जरिए अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश कर रही है।
वीरेन्द्र सचदेवा ने सवाल उठाया कि गोपाल राय ने केंद्र को पत्र तो लिखा, लेकिन पंजाब में पराली जलाने पर अपनी पार्टी की पंजाब सरकार से कोई ठोस बातचीत क्यों नहीं की। साथ ही, उन्होंने कृत्रिम वर्षा के सुझाव पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि इससे प्रदूषण स्तर घटाने में कोई खास फायदा नहीं हुआ है, जैसा कि विशेषज्ञ भी मानते हैं।
वीरेन्द्र सचदेवा ने दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी (डीपीसीसी) की निष्क्रियता पर भी चिंता जताई, जहां आधे से ज्यादा पद खाली हैं। उन्होंने कहा कि डीपीसीसी की कार्यप्रणाली लगभग ठप पड़ी है और दिल्ली सरकार प्रदूषण नियंत्रण के नाम पर सिर्फ दिखावा कर रही है।
उन्होंने गोपाल राय से पूछा कि केंद्र सरकार द्वारा दिए गए 38 करोड़ रुपये के प्रदूषण रोधी फंड और दिल्ली सरकार के पर्यावरण सेस फंड का सही उपयोग क्यों नहीं किया गया। अंत में, भाजपा अध्यक्ष ने मांग की है कि दिल्ली सरकार राजनीतिक खेल बंद कर ठोस प्रदूषण रोधी कदम उठाए और विंटर प्रदूषण की तैयारियों के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री के साथ एक सर्वदलीय बैठक बुलाए।