आतंकी नेटवर्क पर भारत का करारा प्रहार, ऑपरेशन 'सिंदूर' में ढेर हुए लश्कर और जैश के पांच खूंखार आतंकी, यहां देखें सूची

भारत की सेना द्वारा चलाए गए गुप्त मिशन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में छिपे पांच कुख्यात आतंकियों को मार गिराया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मारे गए सभी आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों से गहरे तौर पर जुड़े हुए थे और ये आतंकी हाफिज सईद तथा मसूद अजहर जैसे आतंक के आकाओं के इशारों पर काम करते थे।
जानिए कौन थे ये पांच दुर्दांत आतंकी जिन्हें ऑपरेशन सिंदूर ने पहुंचाया अंजाम तक:
1. मुदस्सर खादियान खास:
लश्कर-ए-तैयबा का यह बड़ा चेहरा मुरीदके स्थित ‘मरकज तैयबा’ का प्रमुख था। ऑपरेशन के दौरान वह यहीं मौजूद था। पाकिस्तान से जो सूचना सामने आई है, उसके अनुसार मारे गए अबू जुंदाल के जनाज़े में उसे गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इतना ही नहीं, पाक सेना प्रमुख और पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज़ ने भी श्रद्धांजलि दी। जनाज़े की नमाज़ एक सरकारी स्कूल में आयोजित की गई, जिसका नेतृत्व जमात-उद-दावा के आतंकवादी हाफ़िज़ अब्दुल रऊफ़ ने किया।

2. हाफिज मुहम्मद जमील:
जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े जमील, आतंकी सरगना मसूद अजहर का बहनोई था। ऑपरेशन वाली रात वह बहावलपुर स्थित अपने घर में था। जमील ‘मरकज सुभानअल्लाह’ का संचालन करता था और युवाओं को आतंक की राह पर धकेलने के साथ-साथ संगठन के लिए धन इकट्ठा करने में प्रमुख भूमिका निभाता था।
3. मोहम्मद यूसुफ अजहर:
उर्फ ‘उस्ताद’ और ‘मोहम्मद सलीम’, यह जैश का खतरनाक आतंकी और मसूद अजहर का साला था। यूसुफ जैश के मदरसों में हथियारों की ट्रेनिंग देता था और जम्मू क्षेत्र में हुए कई आतंकी हमलों में इसकी भूमिका रही थी। यह आईसी-814 विमान अपहरण कांड में भी वांछित था।
4. खालिद अबू आकाश:
लश्कर का यह सदस्य अफगानिस्तान से हथियारों की सप्लाई में शामिल था। हमले के वक्त वह अपने घर पर था। उस पर जम्मू में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के गंभीर आरोप थे। उसका अंतिम संस्कार फैसलाबाद में हुआ, जहां पाक सेना के आला अधिकारी और स्थानीय प्रशासनिक अफसर शामिल हुए।
5. मोहम्मद हसन खान:
जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशनल कमांडर मुफ़्ती असगर खान कश्मीरी का बेटा हसन, पीओके में संगठन की गतिविधियों का अहम चेहरा था। कश्मीर में आतंकी हमलों के समन्वय में इसकी बड़ी भूमिका रही थी।