आस्था का सफर: स्कूटी से महाकुंभ स्नान के लिये निकले बंगाल के सुमंतो और जयंती

आस्था और विश्वास हो तो कोई भी बाधा रास्ता नहीं रोक सकती। इसी को चरितार्थ कर रहे हैं पश्चिम बंगाल के मालदा निवासी सुमंतो दास (36) और उनकी गर्लफ्रेंड जयंती मंडल (32), जो महाकुंभ स्नान और काशी विश्वनाथ व श्री राम अयोध्या धाम के दर्शन के लिए स्कूटी से निकल पड़े हैं। बुधवार सुबह मालदा से स्कूटी (155cc) पर सवार होकर यह श्रद्धालु जोड़ा महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज रवाना हुआ। करीब 2000 किलोमीटर की यात्रा में वे पाकुड़ होते हुए प्रयागराज, काशी विश्वनाथ और अयोध्या धाम के दर्शन करेंगे।
महाकुंभ स्नान का 144 वर्षों बाद सुयोग
सुमंतो दास ने बताया कि 144 वर्षों बाद महाकुंभ स्नान का दुर्लभ अवसर आया है, जिसे कोई भी श्रद्धालु छोड़ना नहीं चाहता। उन्होंने कहा, "हर भक्त को आस्था की डुबकी लगानी चाहिए।"
ट्रेन की भीड़ से बचने के लिए चुना स्कूटी का सफर
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा महाकुंभ के लिए विशेष ट्रेनें और फ्री सेवा उपलब्ध कराई गई हैं, लेकिन अत्यधिक भीड़ के कारण उन्होंने स्कूटी से जाने का निर्णय लिया। उनका मानना है कि इस सफर में भक्ति, रोमांच और उत्साह तीनों का अनुभव मिलेगा। वहीं सुमंतो और जयंती को उम्मीद है कि गुरुवार शाम तक वे प्रयागराज पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाएंगे। इसके बाद वे काशी विश्वनाथ और अयोध्या धाम के दर्शन कर अपनी यात्रा पूरी करेंगे।
