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NHRC Founation Day: पीएम Modi ने कहा भारत ने पूरी दुनिया को अहिंसा का रास्ता दिखाया

 

आज राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भारत (एनएचआरसी) के 28 वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए। इस कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऐसे समय में जब पूरी दुनिया विश्व युद्ध की हिंसा में झुलस रही थी, भारत ने पूरे विश्व को अधिकार और अहिंसा का मार्ग सुझाया। आज महात्मा गांधी के आदर्शों को पूरी दुनिया मानती है। बापू को देश ही नहीं बल्कि पूरा विश्व मानवाधिकारों और मानवीय मूल्यों के प्रतीक के रूप में देखता है। बता दें, मानव अधिकारों के संरक्षण के उद्देश्य से मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम 1993 के तहत 12 अक्टूबर, 1993 को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का गठन हुआ था। 

पीएम ने कहा कि भारत के लिए मानवाधिकारों की प्रेरणा का, मानवाधिकार के मूल्यों का बहुत बड़ा स्रोत आजादी के लिए हमारा आंदोलन, हमारा इतिहास है। हमने सदियों तक अपने अधिकारों के लिए संघर्ष किया है। एक राष्ट्र के रूप में, एक समाज के रूप में अन्याय-अत्याचार का प्रतिरोध किया है। जो गरीब कभी शौच के लिए खुले में जाने को मजबूर था, उब गरीब को जब शौचालय मिलता है, तो उसे डिगनिटी भी मिलती है। जो गरीब कभी बैंक के भीतर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाता था उस गरीब का जब जनधन अकाउंट खुलता है, तो उसमें हौंसला आता है। बीते वर्षों में देश ने अलग-अलग वर्गों में, अलग-अलग स्तर पर हो रहे अन्याय को भी दूर करने का प्रयास किया गया है। दशकों से मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक के खिलाफ कानून की मांग कर रही थीं। हमने ट्रिपल तलाक के खिलाफ कानून बनाकर, मुस्लिम महिलाओं को नया अधिकार दिया है।

पीएम मोदी ने कहा कि आज देश 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' के मूल मंत्र पर चल रहा है। यह एक तरह से मानव अधिकार को सुनिश्चित करने की ही मूल भावना है। इस 15 अगस्त को देश से बात करते हुए मैंने इस बात पर बल दिया है कि अब हमें मूलभूत सुविधाओं को शत-प्रतिशत सेचुरेशन तक लेकर जाना है। यह शत-प्रतिशत सेचुरेशन का अभियान समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के अधिकारों को सुनिश्चित करने की है। मानव-मानव में, जीव-जीव में भेद नहीं है। भारत ने लगातार विश्व को समानता और मानव अधिकारों के जुड़े विषयों पर नया विजन दिया है। बीते दशकों में ऐसे कितने ही अवसर विश्व के सामने आए हैं, जब दुनिया भ्रमित हुई है, भटकी है, लेकिन भारत मानवाधिकारों के प्रति हमेशा प्रतिबद्ध रहा है, संवेदनशील रहा है। 

Gujarat Mundra Port: ड्रग्स बरामदगी के मामले में NIA ने की दिल्ली-NCR के पांच जगह पर छापेमारी- https://newshaat.com/national-news/gujarat-mundra-port-nia-raids-five-places-in-delhi-ncr-in/cid5455764.htm