वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन से मची अफरा-तफरी, एक श्रद्धालु की मौत, नौ घायल
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा के पुराने रास्ते पर सोमवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। भारी बारिश के चलते कटरा क्षेत्र में भूस्खलन हुआ, जिसमें एक श्रद्धालु की जान चली गई और 10 अन्य लोग घायल हो गए। घटना के बाद प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनज़र यात्रा को दोपहर 1 बजे तक के लिए रोक दिया। त्रिकुटा पर्वत की तलहटी में स्थित कटरा शहर श्रद्धालुओं के लिए आधार शिविर के रूप में काम करता है।
यह हादसा सुबह करीब 8:30 बजे बाणगंगा क्षेत्र में गुलशन का लंगर नामक स्थान पर हुआ, जो तीर्थयात्रियों के लिए पुराना रास्ता है। यह स्थान टट्टू सवारों के पंजीकरण स्थल के पास है, जहां से वे श्रद्धालुओं को 12 किलोमीटर दूर स्थित गुफा मंदिर तक ले जाते हैं।
जम्मू के जिलाधिकारी एवं माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के कार्यकारी सीईओ सचिन कुमार वैश्य ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य की निगरानी की। उन्होंने बताया कि मलबा हटाने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।
घायलों का इलाज जारी
घटना में घायल हुए श्रद्धालुओं में चेन्नई निवासी 70 वर्षीय उप्पन, उनकी पत्नी राधा (66), और हरियाणा निवासी 70 वर्षीय राजिंदर भल्ला को गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उत्तर प्रदेश की लीला रायकवार (56) को कटरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भेजा गया है।
उपराज्यपाल ने जताया दुख
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और वह स्वयं स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
I am deeply saddened by the tragic landslide incident at Shri Mata Vaishno Devi Shrine in which a devotee unfortunately lost his life. Directed Shrine Board to provide best possible medical care and support to the injured pilgrims. I'm constantly monitoring the situation.
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) July 21, 2025
लगातार बारिश से नए मार्ग पर भी असर
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, कटरा में सोमवार सुबह 8:30 बजे तक बीते 24 घंटों में 184.2 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। इससे एक दिन पहले रात में हिमकोटि के पास नए मार्ग पर भी भूस्खलन हुआ, जिससे रास्ता अवरुद्ध हो गया। मार्ग को फिर से खोलने का प्रयास जारी है।
भूस्खलन के बाद राहत कार्य में तेजी लाने के लिए सेना की व्हाइट नाइट कोर की टुकड़ी को तैनात किया गया है। सेना के जवानों ने स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य में हाथ बंटाया। व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि “बचाव अभियान चल रहा है, हम सेवा करते हैं, हम सुरक्षा करते हैं।”
यह हादसा ऐसे समय में हुआ है जब भारी बारिश के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने यात्रियों से सावधानी बरतने और मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा पर निकलने की अपील की है।







