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बक्सर में मौन व्रत पर बैठे केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, सुशील मोदी भी पहुंचे

 

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे बक्सर में अंबेडकर चौक पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के नीचे बिहार सरकार की दमनकारी नीतियों और श्रीरामचरितमानस के अपमान से दुखी होकर आज मौन व्रत पर बैठ गए. 

ashwini kumar chaoubey

उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. केंद्रीय मंत्री ने अपने ट्वीट में कहा है कि अध्यात्म और धर्म की नगरी बक्सर में किसानों पर हुई पुलिस की बर्बरता, बिहार सरकार की दमनकारी नीतियों और श्रीरामचरितमानस ग्रंथ के अपमान से अत्यंत दुखी हूं. बिहार के कल्याण और शांति के लिए बक्सर के डॉक्टर अंबेडकर चौक पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के नीचे मौन व्रत आज रख रहा हूं। प्रभु श्रीराम बिहार सरकार को सद्बुद्धि दे. किसानों और युवाओं पर अत्याचार बंद हो. वहीं, मौन व्रत पर बैठे केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे से मिलने के लिए बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व सांसद सुशील मोदी यहां पहुंचे. आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री का यह मौन व्रत शनिवार 11:00 बजे तक जारी रहेगा.

ashwini and sushil kumar modi

इधर, शुक्रवार को ही बक्सर सर्किट हाउस में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बक्सर के एसपी मनीष कुमार से बात की. वस्तुस्थिति की जानकारी ली. उन्होंने एसपी से कहा कि किसानों के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए. जिन्होंने आगजनी व तोड़फोड़ की है, वैसे असामाजिक तत्वों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई हो। केंद्रीय मंत्री ने किसानों से भी बात की. उन्होंने कहा कि हर हाल में किसानों को न्याय मिलेगा.

आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बक्सर के बनारपुर गांव में गुरुवार की शाम में पुलिस की बर्बरता के शिकार किसानों के परिजनों से मुलाकात की. उन्हें परिजनों ने आप बीती सुनाई. इस दौरान अश्विनी चौबे ने कहा कि बिहार में किसान बेहाल हैं. चार दिनों से बक्सर के बनारपुर में किसानों के यहां भोजन नहीं बना. महिलाएं आतंकित हैं. किसानों ने घर छोड़ दिया है. उन्होंने कहा कि चौसा के एक प्लांट में सत्ताधारी दल के पोषित गुंडों द्वारा आग लगाई गई है. ताकि किसानों को फंसाया जा सके. यह पूर्व नियोजित था, ताकि किसानों को परेशान किया जा सके. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसानों को जानबूझकर टारगेट किया जा रहा है. बिहार सरकार किसानों को हक़ देना नहीं चाह रही है. आज यूरिया के लिए किसान दर दर भटक रहे हैं. केंद्र द्वारा पर्याप्त यूरिया दिया जा रहा है, इसके बावजूद यूरिया किसानों को नहीं मिल रहा है. इस सभी से बेखबर नीतीश कुमार समाधान यात्रा पर निकले हुए हैं, वे किस बात का समाधान कर रहे हैं. यह उनकी पिकनिक यात्रा है. उपमुख्यमंत्री क्रिकेट खेलने में ही व्यस्त रहते हैं. किसानों से एफआईआर रद्द होनी चाहिए.