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बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का CM नीतीश ने किया हवाई सर्वेक्षण, अधिकारियों को दिए जरूरी दिशा-निर्देश

 

बिहार में बाढ़ ने हाहाकार मचा रखा है। राज्य के कई जिले में लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा किसानों को भी काफी नुकसान हुआ है। इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का एरियर सर्वे किया है। सीएम नीतीश कुमार ने हवाई मार्ग से बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाकों का यह सर्वे किया है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपने साथ मौजूद अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री के साथ इस एरियर सर्वे में जल संसाधन विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। यह भी बताया जा रहा है कि सीएम खास तौर से कोसी और गंडक नदी के कहर से प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। जानकारी के मुताबिक, इस एरियर सर्वे के बाद सीएम अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक भी कर सकते हैं और इस बैठक में बाढ़ को लेकर विशेष चर्चा हो सकती है। बैठक के दौरान इस बात पर चर्चा हो सकती है कि बाढ़ पीड़ितों तक जो राहत पहुंचाई जा रही है उसमें तेजी कैसे लाई जाए।

बिहार में आई बाढ़ से 16 जिले प्रभावित हुए हैं। गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा एवं अन्य नदियों में उफान से इन सभी जिलों के 31 प्रखंडों की करीब 152 पंचायतें प्रभावित हुई हैं। प्रभावित जिलों में पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज , शिवहर, सीतामढ़ी, सीवान, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, मधुबनी, दरभंगा, सारण और सहरसा शामिल हैं। 9 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ की वजह से प्रभावित हुए हैं। कई जिलों में तटबंध टूट जाने की वजह से पानी ने भारी तबाही मचाई है। सैकड़ों लोगों के घर पानी में बह गए, कई जगहों पर सड़क संपर्क टूट गया है और लोग विस्थापित हो गए हैं।

आपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत-बचाव कार्य तेज कर दिया है। एनडीआरएफ की 12, एसडीआरएफ की 12 टीमों के अलावा वाराणसी से एनडीआरएफ की 3 टीम को बुलाया गया है। आवागमन के लिए 630 नावों का परिचालन किया जा रहा है। इन नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी रहने की आशंका को देखते हुए संबंधित जिलाधिकारी को अलर्ट रहने को कहा गया है।