उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RLM में शामिल हुए पूर्व MLC रामेश्वर महतो, कुछ महीने पहले JDU से दिया था इस्तीफा

बिहार विधानसभा का चुनाव इसी साल होना है और पार्टियों में दल-बदल की दौर भी शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता और पूर्व एमएलसी रहे रामेश्वर महतो ने गुरुवार (23 जनवरी, 2025) को उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) का दामन थाम लिया. उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी की ओर से पटना के कृष्ण मेमोरियल हॉल में जननायक कर्पूरी ठाकुर की 101वीं जयंती के मौके पर रामेश्वर महतो को पार्टी की सदस्यता दिलाई गई.
पूर्व एमएलसी रामेश्वर महतो ने पिछले साल 29 नवंबर को जेडीयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने इस्तीफा देने के बाद पार्टी के नेता व सीतामढ़ी के सांसद देवेश चंद्र ठाकुर पर बड़ा आरोप लगाया था. कहा था कि देवेश चंद्र ठाकुर पार्टी को कमजोर कर रहे हैं. लगातार अपने इलाके में जेडीयू के नेताओं और मेरे खिलाफ उल्टा-सीधा बोल रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी कुछ लोग मिसगाइड कर रहे हैं. हालांकि उस वक्त भी उन्होंने नीतीश कुमार को लेकर कोई विरोधाभास बयान नहीं दिया था.

उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी में शामिल होने के बाद रामेश्वर महतो ने कहा कि मेरा व्यक्तिगत कुछ लोगों से विरोध था. यही कारण है कि हमने जनता दल यूनाइटेड से इस्तीफा दिया था. हमें नीतीश कुमार पर पूरा भरोसा है. यही वजह है कि हम उपेंद्र कुशवाहा के साथ आ गए हैं और इनकी पार्टी भी एनडीए में शामिल है. अब आरएलएम में रहकर नीतीश कुमार के सपनों को साकार करेंगे और अपनी पार्टी के संगठन को मजबूत करेंगे.
उन्होंने चुनाव लड़ने की बात पर बड़ा ऐलान किया. कहा, "बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ने की मुझे इच्छा है, लेकिन मेरा क्षेत्र सीतामढ़ी आता है. इस क्षेत्र में हमारी (आरएलएम) पार्टी की जगह नहीं है. हालांकि पार्टी मुझे जहां से मौका देगी वहां से हम चुनाव लड़ेंगे."
रामेश्वर कुमार महतो ने आगे कहा कि अगर टिकट नहीं भी मिला तो पार्टी को मजबूत करेंगे. उन्होंने कहा कि हम उपेंद्र कुशवाहा के साथ पहले भी काम कर चुके हैं. हमारी पूरी कोशिश होगी कि पूरे बिहार के कुशवाहा समाज को एकजुट करें. कुशवाहा का वोट बिखरना नहीं चाहिए. यही कारण है कि हम उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को मजबूत करने के लिए आरएलएम में शामिल हुए हैं.