पूर्व विधायक आशा सिन्हा के बेटे को बीच सड़क पर लोगों ने घेरा, तेजप्रताप ने वीडियो जारी कर लगाया आरोप

दानापुर के रूपसपुर थाना क्षेत्र के गोलारोड डीपीएस मोड़ के पास उस वक्त अफरा-तफरी मच गयी जब भाजपा की पूर्व विधायक आशा सिन्हा के बड़े बेटे सहजानंद की कुछ युवकों ने पिटाई कर दी। सिर फटने से वो बुरी तरह घायल हो गया। जिसे आनन-फानन में दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया। जहां सहजानंद का इलाज चल रहा है। बीजेपी की पूर्व विधायक आशा सिन्हा ने बताया कि वो भाजपा पार्टी कार्यालय में आयोजित कोर कमिटी की बैठक में शामिल होने के बाद घर लौट रही थीं। उनके साथ में उनका बड़ा बेटा सहजानंद और बॉडीगार्ड था। तभी एक गाड़ी ने उनकी गाड़ी को भारत सरकार का स्टीकर लगे गाड़ी ने ओवरटेक करने की कोशिश की। ओवरटेक के दौरान पूर्व विधायक की गाड़ी में टक्कर हो गयी।
उनकी गाड़ी को रगड़ते हुए भारत सरकार का स्टीकर लगी गाड़ी में सवार युवक आगे बढ़ गये। जिसके बाद आशा सिन्हा ने गाड़ी डीपीएस मोड़ के पास रुकवा दी। इसी दौरान भारत सरकार का स्टीकर लगी गाड़ी से दो युवक उतरा और उनके बड़े बेटे के साथ मारपीट करने लगा। एक युवक ने फोन करके अपने अन्य साथियों को बुला लिया। जिसके बाद विवाद इतना बढ़ गया कि युवकों ने आशा सिन्हा के बेटे की पिटाई कर दी जिससे वो बुरी तरह घायल हो गया।

सहजानंद का सिर फट गया। बीजेपी के पूर्व विधायक आशा सिन्हा के बड़े सहजानंद सिन्हा का कहना है कि इस घटना में मेरा सिर फट गया है। इन लोगों ने गुंडे बुला लिये और मारपीट की। हम इस तरह की गुंडागर्दी से डरने वाले नहीं हैं. ये भटके हुए युवा है.मारपीट हंगामे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची रूपसपुर थाने की पुलिस ने मारपीट में शामिल दो युवकों को हिरासत में लिया। जिससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि अभी किसी ने आवेदन नहीं दिया है। आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना को लेकर राजद नेता तेजप्रताप यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है। लालू के बड़े लाल तेजप्रताप यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा है कि ये है बिहार का असली जंगल राज। बीच सड़क अपने बॉडीगार्ड्स और गुंडे कार्यकर्ताओ के साथ आम नागरिकों के साथ मारपीट करती ये कोई और नही बल्कि बीजेपी की पूर्व विधायक आशा सिन्हा जी है। सत्ता की हनक ऐसी की राजधानी पटना में पुलिस के सामने ही छोटी सी बात पे ये इतनी आगबबूला हो गई कि खुद सड़क पर उतर जनता के साथ मारपीट करने लगी जिसमे दो लोगो का सर भी फट गया। अफसोस तो इस बात की है कि पुलिस भी आरोपियों पर कारवाई करने की जगह उल्टा विधायिका जी के कहने पर पीड़ितों के खिलाफ ही झूठा मामला दर्ज करवा दिया।