सिवान में पुलिस ने मानव तस्कर को किया गिरफ्तार, 4 नाबालिग को बाल मजदूरी से किया आजाद

ऑपरेशन आहट- नन्हे फरिस्ते के तहत मानव तस्करी के रोकथाम के लिए छपरा सब डिविजन में गठित एंटी ह्यूमेट ट्रेफिकिंग यूनिट के हाथ एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। रूट पर संचालित एक ट्रेन से शनिवार को तस्करी के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है साथ ही चार नाबालिग बच्चों को भी बरामद किया है। पकड़ा गया युवक पूर्णिया जिले के अमौड़ थाना क्षेत्र के ताल बाड़ी वार्ड नंबर दस के कासिम का 29 वर्षीय पुत्र नूर सलाम है। बरामद बच्चों को चाइल्ड हेल्प डेस्क छपरा को सुपुर्द करते हुए पकड़े गए युवक के खिलाफ अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
स्थानीय आरपीएफ के प्रभारी इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिन्हा ने बताया कि यूनिट के सदस्य छपरा आरपीएफ के सउनि विजय रंजन मिश्रा, हेका हेमंत कुमार व कान्स सत्यप्रकाश सिंह सीवान के मयंक भूषण तिवारी, कान्स जगत पाल यादव, थावे आरपीएफ के हेका राजू यादव व कान्स संजय प्रसाद सभी छपरा से गाड़ी संख्या 15707 अप आम्रपाली एक्सप्रेस में निगरानी करते हुए सीवान की तरफ आ रहे थे। चैनवा-दुरौंधा स्टेशन के मध्य चलती ट्रेन के एसी-3 में चार बच्चे सहमे व डरे हालात में दिखाई दिए।

टीम के सदस्यों द्वारा चारों बच्चों के पास पहुंचकर प्यार-दुलार से पूछताछ की गई। सभी बच्चों द्वारा पास में बैठे एक यात्री नूर सलाम को दिखाते हुए बताया गया कि ये हम लोगों के गांव के रहने वाले हैं और हमलोगों को काम कराने के लिए अमृतसर लेकर जा रहे हैं। मामला मानव तस्करी व बाल मजदूरी से जुड़े होने के कारण सभी को सीवान जंक्शन पर उतारने की बात कही गयी।
पूछताछ में युवक ने बताया है कि वह इन चारों बच्चों को अमृतसर के रामबाग स्थित कपड़ा मील में काम दिलवाने के लिए ले जा रहा है। सभी बच्चे उसके गांव के आस-पास के रहने वाले हैं। इनके माता-पिता के मर्जी से ही इन्हें काम दिलाने के लिए साथ लेकर जा रहा हूं। काम के बदले प्रति बच्चे को नौ हजार रुपये प्रति माह मजदूरी दिलाने का लालच दिया गया है। रेसुब द्वारा करायी गयी प्राथमिकी व कार्यवाही के आधार पर स्थानीय जीआरपी थाने में दर्ज मामले की जांच स्थानीय प्रभारी निरीक्षक मुकेश कुमार द्वारा की जाएगी।