पंजाब में 'लिंचिंग' को लेकर राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर साधा निशाना, BJP ने याद दिलाया पुराने दिन
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। फर्क बस इतना है कि हर बार की भांति इस बार मुद्दा बेरोजगारी, महंगाई या हिंदुत्व का नहीं बल्कि इस बार राहुल गांधी ने मॉब लिंचिंग को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। मालूम हो कि हाल ही में पंजाब और कुछ अन्य जगहों पर भीड़ के द्वारा कथित तौर पर पीट-पीटकर मार डालने (लिंचिंग) की घटनाएं हुई हैं। इस पर बोलते हुए राहुल गांधी ने यह सीधा आरोप लगाया है कि 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने से पहले ‘लिंचिंग’ शब्द सुनने में नहीं आता था। ऐसे में सबसे पहले जान लीजिए कि मॉब लिंचिंग किसे कहते हैं। दरअसल, किसी ऐसी भीड़ द्वारा धार्मिक, रंगभेद, जाति, लिंग, जन्मस्थान, भाषा सहित कई ऐसे ही आधार पर किसी की हत्या कर देना मॉब लिंचिंग कहलाता है।
2014 से पहले ‘लिंचिंग’ शब्द सुनने में भी नहीं आता था।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 21, 2021
Before 2014, the word ‘lynching’ was practically unheard of. #ThankYouModiJi
2014 से पहले ‘लिंचिंग’ शब्द सुनने में भी नहीं आता था।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 21, 2021
Before 2014, the word ‘lynching’ was practically unheard of. #ThankYouModiJi
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, " 2014 से पहले ‘लिंचिंग’ शब्द सुनने में भी नहीं आता था। " राहुल गांधी के इतने बड़े आरोप पर भाजपा चुप कैसे बैठती। भाजपा की ओर से आईटी टीम के प्रभारी अमित मालवीय ने मोर्चा संभाला। राहुल के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए उन्होंने राजीव गांधी के चर्चित बयान वाला वीडियो शेयर किया जिसमें राजीव गांधी कहते हैं कि जब भी कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती थोड़ी हिलती है।
अमित मालवीय ने यह वीडियो साझा करते हुए लिखा, " मिलिए, मॉब लिंचिंग के जन्मदाता, राजीव गांधी से, जो सिखों के जनसंहार को सही ठहरा रहे हैं। कांग्रेस के लोग सड़कों पर उतरे, 'खून का बदला खून से लेंगे' के नारे लगाए गए, महिलाओं से रेप किया गया, सिखों के गले में जलते टायर डाल दिए गए, जले हुए शवों को नालों में बहा दिया गया।"
Meet Rajiv Gandhi, father of mob lynching, justifying blood curdling genocide of Sikhs. Congress took to streets, raised slogans like ‘khoon ka badla khoon se lenge', raped women, wrapped burning tyres around necks of Sikh men while dogs gorged on charred bodies dumped in drains. https://t.co/LFAoAgIGVl pic.twitter.com/ntNovHNF3W
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 21, 2021
यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उनके बेटे और तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 19 नवंबर 1984 को एक सभा को संबोधित करते हुए यह बयान दिया था, जिसका वीडियो अमित मालवीय ने शेयर किया है। राजीव गांधी कहते हैं, "जब इंदिरा जी की हत्या हुई थी तो हमारे देश में कुछ दंगे-फसाद हुए थे। हमें मालूम है कि भारत की जनता के दिल में कितना क्रोध आया, कितना गुस्सा आया और कुछ दिन के लिए लोगों को लगा कि भारत हिल रहा है। लेकिन जब भी कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती थोड़ी हिलती है। " राजीव गांधी के इस बयान ने उस समय काफी सनसनी मचाई थी। कहा जाता है कि राजीव गांधी के इस तरह के बयान से ऐसा संदेश गया था कि जैसे वह सिख विरोधी दंगों को सही ठहरा रहे हों।
राहुल गांधी का PM पर हमला, कहा- प्रधानमंत्री मोदी सदन में नहीं आते- https://newshaat.com/politics/rahul-gandhi-said-pm-modi-does-not-come-to/cid6026386.htm