संसद रत्न पुरस्कार 2025 : लोकसभा में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले 17 सांसदों को किया गया सम्मानित
संसदीय कार्यों में अनुकरणीय योगदान के लिए 17 सांसदों को संसद रत्न पुरस्कार 2025 से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई है। सम्मान पाने वालों में कई प्रमुख नेताओं के नाम शामिल हैं, जिनमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) की सुप्रिया सुले, भारतीय जनता पार्टी के रवि किशन और निशिकांत दुबे, तथा शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के अरविंद सावंत प्रमुख हैं।
महाराष्ट्र के सात सांसदों को मिला सम्मान
इस बार संसद रत्न पाने वाले सांसदों में सबसे अधिक—कुल 7—महाराष्ट्र से हैं, जो राज्य की सक्रिय और जागरूक संसदीय भागीदारी को दर्शाता है।
स्पेशल जूरी अवॉर्ड के लिए चार नामों का चयन
चार सांसदों को विशेष जूरी पुरस्कार भी प्रदान किया गया है। इनमें भाजपा के भर्तृहरि महताब, क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के एनके प्रेमचंद्रन, सुप्रिया सुले और शिवसेना के श्रीरंग अप्पा बार्ने शामिल हैं। ये सभी सांसद 16वीं लोकसभा से ही लगातार बेहतर प्रदर्शन करते आ रहे हैं।
अन्य सम्मानित सांसदों की सूची
सम्मानित सांसदों में भाजपा की स्मिता उदय वाघ, शिवसेना के नरेश म्हस्के, कांग्रेस की वर्षा गायकवाड़, भाजपा की मेधा कुलकर्णी, प्रवीण पटेल, विद्युत बरन महतो और दिलीप सैकिया भी शामिल हैं। खास बात यह है कि एनके प्रेमचंद्रन को यह पुरस्कार पांचवीं बार मिला है, जो उनके निरंतर उत्कृष्ट कार्य का प्रतीक है।
संसदीय समितियों को भी मिला सम्मान
संसद की स्थायी समितियों के योगदान को भी नजरअंदाज नहीं किया गया है। वित्त मामलों की स्थायी समिति, जिसकी अध्यक्षता भाजपा के भर्तृहरि महताब कर रहे हैं, और कृषि मामलों की स्थायी समिति, जिसका नेतृत्व कांग्रेस के डॉ. चरणजीत सिंह चन्नी कर रहे हैं, को उनकी रिपोर्टों की गुणवत्ता और विधायी निगरानी में योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
बताते चलें कि यह पुरस्कार उन सांसदों और समितियों को दिया जाता है जो विधायी कार्य, प्रश्न पूछने, बहस में भागीदारी और जनता के मुद्दों को संसद में प्रभावी रूप से उठाने में अग्रणी भूमिका निभाते हैं।







