राष्ट्रीय स्कूली फुटबॉल चैंपियनशिप में झारखंड की बेटियों ने लहराया जीत का परचम, तमाड़ की प्रभा कुमारी बनीं जीत की नायिका

मणिपुर में संपन्न 68वीं अंडर-19 बालिका राष्ट्रीय स्कूली फुटबॉल चैंपियनशिप में झारखंड की टीम ने नया इतिहास रच दिया। खचाखच भरे स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में झारखंड की बेटियों ने मेजबान मणिपुर को 2-0 से शिकस्त देकर खिताब अपने नाम किया। इस गौरवशाली जीत में रांची जिले के तमाड़ प्रखंड के आमलेशा गांव की प्रतिभाशाली बेटी प्रभा कुमारी की भूमिका बेहद अहम रही।
प्रभा का चयन झारखंड की टीम में बतौर खिलाड़ी हुआ था और उन्होंने फाइनल मैच में शानदार प्रदर्शन कर न सिर्फ अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया बल्कि झारखंड को गौरवान्वित भी किया। बेहद साधनहीन परिवार से आने वाली प्रभा ने तमाम संघर्षों और अभावों के बावजूद हार नहीं मानी और अपनी मेहनत और लगन से राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई।

प्रभा की इस उपलब्धि के पीछे प्रशिक्षकों प्रेम पूर्ति और करम मुंडा की मेहनत और मार्गदर्शन की भी अहम भूमिका रही। इन्हीं के प्रशिक्षण में प्रभा ने फुटबॉल के शुरुआती गुर सीखे और राष्ट्रीय स्तर तक का सफर तय किया।
तमाड़ क्षेत्र के लिए यह पल ऐतिहासिक है क्योंकि पहली बार इस इलाके की किसी बेटी ने राष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल में भाग लिया और टीम को विजयी भी बनाया। प्रभा की इस कामयाबी से पूरे इलाके में खुशी की लहर है और लोग उन्हें नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत मान रहे हैं।
पूर्व मुखिया रमेश कुमार मुंडा ने प्रभा की सराहना करते हुए कहा, “प्रभा की कड़ी मेहनत, संकल्प और आत्मविश्वास इस बात का प्रमाण है कि प्रतिभा कभी हालातों की मोहताज नहीं होती। हमें उन पर गर्व है। प्रभा को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं और झारखंड टीम को ऐतिहासिक जीत के लिए हार्दिक बधाई।”