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नई शिक्षक बहाली में कक्षा 6-8 के लिए सीट ही नहींं: नियोजित शिक्षकों के खिलाफ ये क्या बोल गए छात्र नेता दिलीप

 

बिहार में शिक्षक अभ्यर्थी नई शिक्षक नियमावली को लेकर लगातार विरोध कर रहे हैं. अलग अलग तरह से इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. वही अब दूसरी तरफ इसको लेकर छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि हम इस नियमावली का स्वागत करते हैं. लेकिन इसके साथ ही उन्होंने सरकार से एक मांग की है.

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छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि जो नई शिक्षक नियमावली लाई गई है. सरकार का कहना है कि हम बेहतर शिक्षक के लिए काम कर रहे हैं. जिसका हम स्वागत करते हैं. लेकिन शिक्षक अभ्यर्थी और नियोजित शिक्षक के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए. हम सरकार से यह मांग करते हैं कि जो कक्षा 6 से लेकर 8 तक के लिए जो रिक्तियां ही नहीं आई है. जबकि सबसे ज्यादा अभ्यर्थी कक्षा 6 से लेकर 8 तक के ही हैं. जिन अभ्यर्थियों ने सीटेट पास किया है. वह कक्षा 1 से लेकर 5 और 6 से लेकर 8 तक के लिए ही फॉर्म भर सकते हैं. ऐसे में जिन भी अभ्यर्थियों ने बीएड कर रखा है वह कक्षा 1 से लेकर 5 तक के लिए फॉर्म नहीं भर सकते हैं. इसके लिए अभी सुप्रीम कोर्ट में केस भी चल रहा है. जो बीएड पास है उनको यह फॉर्म भरने दिया जाएगा या नही. ऐसे में सरकार को जल्द से जल्द 6 से लेकर 8 तक तक के लिए वैकेंसी निकलनी चाहिए. 

नियोजित शिक्षकों को एक और झटका, नहीं मिलेगा राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार

आपको बता दें कि 2011 के बाद एसटीईटी परीक्षा आर्ट्स विषय के लिए नहीं हुई है. 2019 में परीक्षा हुई भी तो साइंस के कुछ विषय के लिए हुआ है. सबसे ज्यादा अभ्यर्थी आर्ट्स विषय में ही है. इसके आगे दिलीप कुमार ने कहा कि सरकार ने वैकेंसी तो निकाल दिया इसमें नियोजित शिक्षक भी भरेंगे. ऐसे में यह पूरी सीट भरेगी ही नहीं. साथ ही दिलीप कुमार ने सरकार से यह भी मांग की है कि जो छात्र अभी अपीयरिंग में है. जैसे कि कुछ छात्र का बीएड का रिजल्ट कुछ दिनों में आने वाला है उन्हें भी परीक्षा फॉर्म भरने का मौका दिया जाए. नियोजित शिक्षक चार लाख के करीब हैं और जो नए शिक्षक अभ्यर्थी हैं. इन दोनों को मिलाकर परीक्षा ली जा रही है. ऐसा कहीं से उचित नहीं है. इन दोनों की परीक्षा अलग-अलग होनी चाहिए. BPSC के अनुसार कुल 1 लाख 70 हजार 461 पदों पर शिक्षकों की बहाली होगी.  इसमें 79 हजार 943 प्राइमरी के लिए. 32 हजार 916 पदों पर मीडिल के लिए और 57 हजार 602 पदों पर हायर सेकेंडरी स्कूलों के लिए शिक्षक बहाल किए जाएंगे. प्राइमरी स्कूल का शिक्षक बनने के लिए कैंडिडेट का इंटरमीडिएट पास होने के साथ ही CTET और डिप्लोमा या बीएड होना जरूरी है. वहीं, मिडिल स्कूल के शिक्षक के लिए कैंडिडेट का ग्रेजुएट होने के साथ ही STET व बीएड पास होना जरूरी है. वहीं, हायर सेकेंडरी स्कूल के शिक्षक के लिए कैंडिडेट का पोस्ट ग्रेजुएट, STET और बीएड पास होना जरूरी है.