PU के दीक्षांत समारोह में 30 छात्राओं को गोल्ड मेडल, राज्यपाल बोले- विद्यार्थियों के जीवन में एक स्पष्ट लक्ष्य होना चाहिए
पटना: "विद्यार्थियों के जीवन में एक स्पष्ट लक्ष्य होना चाहिए ताकि वे समाज हित में कार्य कर सकें। हमारे युवाओं को नौकरी की तलाश करने के बजाए रोजगार प्रदाता बनना चाहिए। इसके लिए वे स्टार्ट-अप शुरू कर सकते हैं।" उक्त बातें माननीय राज्यपाल-सह-कुलाधिपति श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने पटना वीमेंस कॉलेज, पटना के वेरोनिका हॉल में आयोजित पटना विश्वविद्यालय के वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि हम जीवन भर शिक्षा प्राप्त करते रहते हैं। शिक्षा सिर्फ पाठ्य पुस्तकों से ही नहीं, बल्कि समाज के हर व्यक्ति से प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने उपाधि एवं पदक प्राप्त करनेवाले छात्र-छात्राओं से कहा कि उनकी इस उपलब्धि में उनके परिवार के सदस्यों के सहयोग, समर्थन और मार्गदर्शन की महत्वपूर्ण भूमिका है और इसके लिए उन्हें उनके प्रति कृतज्ञ होना चाहिए। उन्हें अपनी उपाधि और पदक अपने अभिभावकों को समर्पित करना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि विद्यार्थियों को अपने जीवन का एक लक्ष्य निर्धारित कर उसकी प्राप्ति के लिए कठिन परिश्रम करना चाहिए। उनका यश, कृति, प्रगति आदि समाज के कारण ही है और इन्हें समाज को ही समर्पित करना चाहिए। वे अपनी शिक्षा का उपयोग समाज हित में करें।
उन्होंने कहा कि हमारे युवा नौकरी की तलाश करने के बजाए रोजगार प्रदाता बनें। इसके लिए वे मजबूत इच्छा शक्ति के साथ आगे बढ़े और अपनी राह खुद बनायें। वे परेशानियों से मत घबरायें, धीरे-धीरे वे दूर होती जायेंगी।
उन्होंने कहा कि हमारे युवा अपना स्टार्ट-अप शुरू कर सकते हैं। इसके लिए सरकार प्रोत्साहन भी दे रही है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को उद्यमी बनने हेतु आवश्यक सहायता और मार्गदर्शन के लिए प्रत्येक विश्वविद्यालय में एक इंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट सेल का गठन किया जायेगा।
राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह में 47 शोधार्थियों को पीएच०डी० की उपाधि तथा 43 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किया तथा उन्हें बधाई और शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि वे अपने चरित्र और कृत्यों से पटना विश्वविद्यालय की गरिमा को बनाये रखें।
समारोह में भारतीय भाषा समिति के अध्यक्ष पद्मश्री श्री चामू कृष्ण शास्त्री ने दीक्षांत अभिभाषण दिया।
इस अवसर पर पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० अजय कुमार सिंह, कुलसचिव प्रो० भाालिनी, अनुषद, अभिषद एवं विद्वत परिषद के सदस्यगण, विभिन्न संकायों एवं स्नातकोत्तर विभागों के अध्यक्षगण, महाविद्यालयों के प्राचार्यगण, संस्थाओं के निदेशकगण, विश्वविद्यालय के पदाधिकारीगण, शिक्षकगण एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारीगण, उपाधि ग्रहण करने आये विद्यार्थीगण एवं उनके अभिभावकगण, जन-प्रतिनिधिगण तथा अन्य लोग उपस्थित थे।