सत्येंद्र नारायण सिंह की जयंती पर राजकीय समारोह, नीतीश कुमार और राज्यपाल आरिफ खान ने दी श्रद्धांजलि

Patna: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और स्वतंत्रता सेनानी सत्येंद्र नारायण सिंह की जयंती के अवसर पर शनिवार को पटना में राजकीय समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष, उपमुख्यमंत्री, और कृषि मंत्री विजय कुमार चौधरी समेत कई गणमान्य नेता और अधिकारी मौजूद रहे। सभी ने गुलदस्ता और पुष्पांजलि अर्पित कर सत्येंद्र बाबू को श्रद्धांजलि दी।
सत्येंद्र नारायण सिंह: एक नायक, एक विचार
सत्येंद्र नारायण सिंह को बिहार की राजनीति में सदाचार, ईमानदारी और जनसेवा के प्रतीक के रूप में याद किया जाता है। वे केवल मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि केंद्रीय मंत्री, स्वतंत्रता सेनानी और लोकतंत्र के सजग प्रहरी भी रहे। उनकी छवि एक समाजवादी योद्धा की थी, जिन्होंने हमेशा वंचितों और किसानों की आवाज़ उठाई।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्यक्रम में कहा:
“सत्येंद्र बाबू सिर्फ एक राजनेता नहीं, बल्कि बिहार की आत्मा थे। आज की युवा पीढ़ी को उनके विचारों और संघर्षों से प्रेरणा लेनी चाहिए।”
उन्होंने यह भी ऐलान किया कि बिहार सरकार उनकी स्मृति में विशेष व्याख्यान शृंखला और छात्रवृत्ति योजना शुरू करने पर विचार कर रही है।
कुछ खास बातें जो समारोह में हुईं:
सरकारी अधिकारी व पूर्व विधायक भी उपस्थित रहे, जिन्होंने सत्येंद्र बाबू के साथ काम करने के अनुभव साझा किए। राजकीय गार्ड ऑफ ऑनर के साथ उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। उनकी जीवनी और योगदान पर आधारित प्रदर्शनी का भी आयोजन हुआ, जिसे छात्र-छात्राओं के लिए खोला गया। सत्येंद्र बाबू की राजनीतिक विरासत पर चर्चा करते हुए वक्ताओं ने उनके "नीतियों पर अडिग रहने वाले नेता" के रूप में योगदान को याद किया।
यादों में सत्येंद्र बाबू
कृषि मंत्री विजय चौधरी ने इस अवसर पर कहा, बिहार में जब भी आदर्श राजनीति की चर्चा होगी, सत्येंद्र नारायण सिंह का नाम सबसे पहले आएगा। वे राजनीति में सिद्धांत और सेवा का जीवंत उदाहरण थे।