TRE-3 में सप्लीमेंट्री रिजल्ट की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का प्रदर्शन, डाकबंगला चौराहे पर पुलिस से भिड़ंत

Patna: बिहार में TRE-3 शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों का आक्रोश एक बार फिर सड़कों पर उतर आया है। मंगलवार को पटना में अभ्यर्थियों ने सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी करने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। पटना कॉलेज से शुरू हुआ यह मार्च खजांची रोड, खेतान मार्केट, गांधी मैदान होते हुए डाकबंगला चौराहे पर जाकर रुका, जिसके बाद पुलिस ने बैरिकेडिंग कर सभी प्रदर्शनकारियों रोक दिया।
अभ्यर्थियों की मांग – जो पीछे रह गए, उन्हें भी मौका दो
अभ्यर्थियों का कहना है कि TRE-3 में कक्षा 1 से 12वीं तक करीब 66 हजार उम्मीदवारों का रिजल्ट जारी हुआ। लेकिन उनमें से कई कैंडिडेट ऐसे हैं जिन्हें दो से तीन विषयों में चयन मिला है। ऐसे में वे केवल एक जगह ही योगदान देंगे और अन्य सीटें खाली रह जाएंगी। छात्रों की मांग है कि जो कुछ अंकों से पीछे रह गए हैं, उन्हें इन खाली पदों पर मौका मिलना चाहिए।

लाठीचार्ज की यादें अभी ताजा हैं
आपको बता दें कि यह वही मामला है जिसमें 6 मई को सीएम हाउस के बाहर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। कई अभ्यर्थी घायल भी हुए थे। इससे पहले भी 24 मार्च को शिक्षा मंत्री सुनील कुमार के आवास के बाहर प्रदर्शन हुआ था, जहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी और मंत्री को पुलिस सुरक्षा में बाहर निकालना पड़ा था।
शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद भी नहीं निकला समाधान
प्रदर्शन के दबाव में शिक्षा मंत्री सुनील सिंह ने 25 मार्च को BPSC को पत्र लिखने का आश्वासन दिया था और कहा था कि सरकार को सप्लीमेंट्री रिजल्ट में कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन इसके 10 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे अभ्यर्थियों में नाराजगी और बढ़ गई है।
BPSC का कैलेंडर, लेकिन शिक्षक भर्ती गायब
20 मार्च को BPSC ने वर्ष 2025 का परीक्षा कैलेंडर जारी किया, जिसमें CCE, AE, LDC और अन्य परीक्षाएं शामिल हैं, लेकिन TRE-4 का कोई जिक्र नहीं है। जबकि विधानसभा में खुद शिक्षा मंत्री ने कहा था कि TRE-4 मई 2025 में आयोजित होगी। इससे शिक्षक भर्ती को लेकर उम्मीदवारों में भारी असमंजस है।
विवादों में TRE-3 की प्रक्रिया भी रही थी
TRE-3 पहले ही कई महीनों की देरी और तकनीकी विवादों का सामना कर चुका है। परिणामों को लेकर पारदर्शिता पर सवाल उठे थे, और अब जब मामला धीरे-धीरे शांत हो रहा था, सप्लीमेंट्री रिजल्ट को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है।