Movie prime

एमिटी यूनिवर्सिटी पटना में ड्रोन और एलाइड टेक्नोलॉजी पर पांच दिवसीय बूटकैंप की हुई शुरुआत

 

एमिटी यूनिवर्सिटी पटना में सोमवार को ड्रोन और एलाइड टेक्नोलॉजी पर पांच दिवसीय बूटकैंप शुरू हुआ। एमिटी यूनिवर्सिटी पटना, सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (सी-डैक), इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटी), भारत सरकार के सहयोग से संयुक्त रूप से पांच दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन कर रही है. बूटकैंप में प्रतिभागियों को ड्रोन उद्योग से संबंधित प्रौद्योगिकियों की समझ में सुधार करने के लिए व्यापक ज्ञान और व्यावहारिक प्रशिक्षण देने का काम किया जाएगा.

f

इस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए सी-डैक पटना और कोलकाता के वरिष्ठ निदेशक और केंद्र प्रमुख आदित्य कुमार सिन्हा ने कहा कि सी-डैक एक समूह है जो हमारे देश का समर्थन करने के लिए विभिन्न गतिविधियों को अंजाम देता है. इसकी स्थापना 1988 में हुई थी. 1991 में सी-डैक ने सुपर कंप्यूटर बनाकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की. वे राज्यसभा में बहुभाषी कार्यवाही को सक्षम करने और ई-गवर्नेंस सेवाओं को आगे बढ़ाने जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में भी शामिल रहे हैं. सी-डैक की पहुंच रक्षा, कृषि, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा क्षेत्रों तक फैली हुई है. उन्होंने कहा कि स्वदेशी तकनीक विकसित करने के लिए सी-डैक ने 30 संस्थानों के साथ सहयोग किया है. उन्होंने आपदा प्रबंधन में अपनी उपयोगिता दिखाई है जैसे लखीसराय बाढ़ के दौरान, जहां सी-डैक को समाधान खोजने का काम सौंपा गया. 

सम्मानित अतिथि और संयुक्त निदेशक, सी-डैक पटना, रितेश रमेशराव धोते ने कहा कि एक "इमेजिनियर इंजीनियर" एक व्यापक कौशल, विशेषज्ञ ज्ञान और उन्नत तकनीकी अवधारणाओं की गहरी समझ से लैस व्यक्ति है. उनकी भूमिका पारंपरिक इंजीनियरिंग कार्यों से परे फैली हुई है. इससे पहले एमिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (एएसईटी) के निदेशक डॉ. शशि भूषण ने उद्घाटन सत्र के दौरान गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया. उन्होंने प्रतिभागियों को अपनी विशेषज्ञता का क्षेत्र चुनने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि यह राष्ट्र के बहु-विषयक विकास में मदद कर सके. इस अवसर पर उन्होंने ड्रोन से संबंधित प्रौद्योगिकियों के भविष्य के अनुप्रयोगों और बाजार क्षमता के बारे में भी बात की.

z

एमिटी यूनिवर्सिटी पटना के कुलपति डॉ. विवेकानंद पांडे ने नवीन ड्रोन प्रौद्योगिकियों पर बूटकैंप आयोजित करने के लिए एएसईटी की पहल की सराहना की. उन्होंने एमिटी यूनिवर्सिटी पटना के छात्रों के लाभ के लिए और ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने का सुझाव दिया जो बिहार और देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सके. वैसे इस पांच दिवसीय बूटकैंप में कुल 30 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं. इस अवसर पर एएसईटी के सहायक प्रोफेसर डॉ. प्रीतीश रंजन ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया. इस अवसर पर कॉलेज के सभी अध्यापक उपस्थित रहे.