JDU विधायक गोपल मंडल की दबंगई एक बार फिर आई सामने, भागलपुर में राज्यपाल के बगल में बैठने के लिए खुद उठाई कुर्सी, सिक्योरिटी ने रोका

JDU के बड़बोले विधायक गोपाल मंडल एक बार फिर चर्चा में हैं. बुधवार को वह तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में आगे की कुर्सी पर बैठने को लेकर कोशिश करते नजर आए. मंच पर उनकी कुर्सी किनारे में लगी थी, लेकिन उन्हें वहां बैठने मंजूर नहीं था. फिर क्या गोपाल मंडल ने खुद ही पीछे से कुर्सी उठाकर राज्यपाल के बगल में बैठने के लिए बढ़ गए. बीच में सुरक्षाकर्मी ने उन्हें रोक दिया. जिसके बाद राज्यपाल के ठीक पीछे अपनी कुर्सी लगाकर बैठ गए.
आपको बता दें कि तिलकामांझी भागलपुर विश्विद्यालय में दीक्षान्त समारोह में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होना था. राज्य के सर्वोच्च संवैधानिक पद राज्यपाल के सरकारी कार्यक्रम में सारे प्रोटोकॉल पहले से तय रहते हैं. लिहाजा भागलपुर यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में भी ये तय था कि मंच पर कौन बैठेगा, भाषण कौन देगा. मंच पर विधायकों के बैठने की व्यवस्था नहीं थी. उन्हें मंच से नीचे स्थान दिया गया था. लेकिन ये बात गोपाल मंडल को समझ कहा आनी थी.
विधायक गोपाल मंडल ने देखा कि मंच पर उनकी कुर्सी नहीं है तो वे खुद मंच के पीछे से एक कुर्सी उठा लिया. कुर्सी उठाकर राज्यपाल वाली लाइन में अपनी कुर्सी लगाकर गोपाल मंडल बैठ गए. दीक्षांत समारोह का आयोजन स्टेडियम में किया गया था। इसी बीच राज्यपाल मंच पर पहुंच गये. राज्यपाल कार्यक्रम की शुरआत के लिए दीप प्रज्जवलित करने के लिए उठे तो विधायक गोपाल मंडल भी दीप जलाने उनके साथ उठ गए. इसी बीच मंच पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने विधायक द्वारा जबरन लगायी गयी कुर्सी को हटा दिया, दीप प्रज्जवलन के बाद पीछे मुडे विधायक जी ने अपनी कुर्सी को गायब पाया तो सुरक्षाकर्मियों से अपनी कुर्सी के बारे में पूछताछ की. फिर विधायक मंच के पीछे गये और दूर से खुद कुर्सी उठा कर ले आये.
विधायक जी अपनी कुर्सी को फिर से राज्यपाल की लाइन में लगाना चाहते थे. लेकिन राज्यपाल के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया. सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें मंच से जाने को कहा लेकिन विधायक राज्यपाल के पीछे कुर्सी लगाकर बैठ गए. विधायक की हरकतों को देख कर वहां मौजूद प्रशासनिक पदाधिकारी परेशान थे. लेकिन किसी की हिम्मत नहीं हुई कि वह विधायक को रोके. लिहाजा कार्यक्रम खत्म होने तक विधायक वहीं बैठे रहे.