Movie prime

लालू यादव के साले सुभाष यादव ने किया सरेंडर, कुर्की जब्ती करने पहुंची थी पुलिस

 

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के साले सुभाष यादव ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया. पटना प्रशासन की टीम जेसीबी लेकर न्यायालय के आदेश पर कुर्की-जब्ती करने के लिए पहुंची थी. फरार चल रहे सुभाष यादव पर जमीन के मामले में रंगदारी करने और फ्रॉड करने का केस दर्ज हुआ था. बिहटा थाने में कांड संख्या 425/23 दर्ज है.

बता दें कि लालू के साले सुभाष यादव पर धारा 447, 448, 341, 323,342, 384 386, 406, 420, 506,120 B IPC के तहत मामला चल रहा है. 30 जनवरी 2024 को कोर्ट ने पुलिस को सुभाष यादव को कोर्ट के सामने उपस्थित कराने का निर्देश दिया था.

कोर्ट के नोटिस के बावजूद सुभाष फरार चल रहे थे. इससे पहले पुलिस ने उनके घर पर कुर्की जब्ती की कार्रवाई किये जाने की पर्ची भी लगायी थी. इसके बावजूद सुभाष कोर्ट में शामिल नहीं हुए. जिसके बाद एएसपी के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस की टीम आज उनके आवास कौटिल्य नगर कुर्की जब्ती के लिए पहुंची. पुलिस अपने साथ जेसीबी भी लेकर पहुंची थी. इस बात की जानकारी जब सुभाष को हुई तब वो आनन-फानन में एमपी एमएलए कोर्ट में सरेंडर करने पहुंच गये.

बिहार में महागठबंधन की सरकार खत्म हो गयी। राजद से अलग होकर नीतीश ने बीजेपी के साथ हाथ मिला लिया जिसके बाद बिहार में एनडीए की नई सरकार का गठन हुआ. बिहार विधानसभा में नीतीश सरकार द्वारा बहुमत सिद्ध किये जाने के अगले दिन लालू के साले पर कार्रवाई की गयी. इससे पहले 30 जनवरी को डुगडुगी बजाते हुए पुलिस सुभाष यादव के घर पर कुर्की जब्ती का नोटिस लगाने पहुंची थी. पटना के कौटिल्य नगर स्थित विधायक कॉलोनी स्थित आवास पर यह नोटिस चिपकाया गया.

पूर्व सांसद सुभाष यादव पर 7 कट्ठा जमीन की खरीद में हेराफेरी करने का आरोप है. नेउरा के बेला गांव के किसान भीम वर्मा की जमीन से जुड़ा यह मामला है. भीम वर्मा ने बिहटा थाने में सुभाष यादव, उनकी पत्नी रेणु देवी, बेटे, बेला के पूर्व सरपंच सहित अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। यह आरोप लगाया था कि 7 कट्ठा जमीन लेने के बाद इसे वापस करने की बात कही थी। लेकिन अभी तक ना तो जमीन वापस किया और ना ही पैसे ही दिये.

कोर्ट के निर्देश पर बिहटा सर्किल इंस्पेक्टर कमलेश्वर प्रसाद सिंह अपनी टीम और एयरपोर्ट थाने की पुलिस के साथ पटना के कौटिल्य नगर स्थित विधायक कॉलोनी स्थित सुभाष यादव के आवास पर पहुंचे थे। जिसके बाद पुलिस की मदद से उनके घर पर कुर्की जब्ती संबंधी आदेश चस्पा गया। इस इश्तेहार में साफ लिखा हुआ है कि यदि सुभाष ने कोर्ट में सरेंडर नहीं किया तो कुर्की जब्ती की कार्रवाई की जाएगी।