कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला ने अपनी ही सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, चंदवारा प्रखंड कार्यालय के गेट पर धरने पर बैठे

बरही से कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला ने शुक्रवार को अपनी ही सरकार के खिलाफ चंदवारा प्रखंड कार्यालय के गेट पर भ्रष्टाचार के विरोध में धरना दिया। विधायक ने बीडीओ, सीओ और कल्याण पदाधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ये अधिकारी उनके विधायक मद की योजनाओं में कमीशन मांगते हैं। उन्होंने दावा किया कि ये अधिकारी योजनाओं के भुगतान में जानबूझकर देरी करते हैं और सरकारी कार्यों में बाधा डालते हैं।
मंत्री इरफान अंसारी के प्रयासों के बावजूद नहीं माने अकेला
धरने की सूचना मिलने पर मंत्री इरफान अंसारी ने विधायक उमाशंकर अकेला से फोन पर बात की और उन्हें धरना समाप्त करने के लिए मनाने की कोशिश की। हालांकि, विधायक अपनी मांगों पर अड़े रहे और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। देर रात जिला प्रशासन की ओर से अपर समहर्ता पूनम कुजूर और परिवहन पदाधिकारी विजय कुमार सोनी ने धरना स्थल पर पहुंचकर विधायक की समस्याओं को सुना और कार्रवाई का आश्वासन दिया।

भ्रष्टाचार के आरोपों की होगी जांच
विधायक उमाशंकर अकेला ने सीधे तौर पर बीडीओ, सीओ और कल्याण पदाधिकारी पर भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी के आरोप लगाए। उनका कहना था कि इन अधिकारियों की अनदेखी और भ्रष्टाचार के कारण योजनाओं का सही क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है। इसके बाद प्रशासन ने आश्वासन दिया कि डीसी के निर्देश पर इन आरोपों की जांच की जाएगी। आश्वासन मिलने के बाद विधायक ने रात लगभग 12:30 बजे धरना समाप्त कर दिया।