विधानसभा चुनाव को लेकर उपायुक्तों को निर्देश; समान अवसर, सुगम मतदान और आदर्श आचार संहिता पर जोर

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) के. रवि कुमार ने कहा है कि विधानसभा चुनाव 2024 के दौरान सभी प्रत्याशियों को समान अवसर प्रदान करने के लिए निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने 04 प्रमुख बिंदुओं (धन शक्ति, मांसपेशी शक्ति, गलत सूचना और आदर्श आचार संहिता) पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही, पीवीटीजी, वरिष्ठ नागरिक और दिव्यांग मतदाताओं के लिए सुगम मतदान की व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही गई है। कुमार ने यह बातें सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ ऑनलाइन बैठक के दौरान कहीं।
मतदान केंद्रों पर सुविधाओं का निर्देश
सीईओ ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता अनिवार्य है। बिजली और प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए। मतदाताओं को नैतिक मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए स्वीप कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार करने पर जोर दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि जिन मतदान केंद्रों पर मतदान प्रतिशत कम है, वहां के कारणों की समीक्षा कर निराकरण के उपायों पर काम किया जाए। शहरी क्षेत्रों के मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने हेतु विशेष अभियान चलाने के निर्देश भी दिए गए।

मतदान प्रक्रिया को सुगम बनाने की योजना
1200 से अधिक मतदाताओं वाले मतदान केंद्रों पर 4 पोलिंग अधिकारियों के साथ एक प्रीजाइडिंग ऑफिसर की नियुक्ति की जाएगी। इसके लिए अधिकारियों की पहचान कर उनकी सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया है। इस बार के चुनाव में मतदान प्रक्रिया को तेज और सुगम बनाने के लिए सभी अधिकारियों को वोटर टर्नआउट मैनेजमेंट सिस्टम की ट्रेनिंग दी गई है, जिससे समयबद्ध तरीके से मतदान प्रक्रिया पूरी की जा सके।
आदर्श आचार संहिता पर विशेष जानकारी
इस बैठक में अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. नेहा अरोड़ा ने आदर्श आचार संहिता से संबंधित महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने चुनाव की घोषणा के पहले 72 घंटों के अंदर उठाए जाने वाले कदमों, विज्ञापन, सरकारी संसाधनों के उपयोग और निर्वाचन व्यय से जुड़े नियमों की जानकारी दी। इस अवसर पर संदीप सिंह, सुबोध कुमार, गीता चौबे, देव दास दत्ता सहित सभी जिलों के उपायुक्त ऑनलाइन माध्यम से बैठक में शामिल हुए।