पंचायत सचिवालय स्वयं सेवकों का टुटा सब्र, CM करें निर्णायक वार्ता नहीं तो उग्र होगा आंदोलन

बीते 50 दिनों से यानि आठ जुलाई से अपने पांच सूत्री मांगों को लेकर राजभवन के समीप धराना पर बैठक पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों की सब्र की बांध आज आखिरकार टूट गया है। राज्य के सभी जिले में कार्यरत 15 हजार से अधिक पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक आज सीएम हाउस घेराव को निकले। राजधानी रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में जमा होने के बाद जैसे ही सभी जिले के पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ सीएम हाउस घेरने निकले, प्रशासन ने उन्हें मोरहाबादी टीओपी के पास रोक दिया। हालांकि यहां दो लेयर की बैरिकैडिंग में एक लेयर को स्वयंसेवकों ने पार कर लिया, पर उन्हें वहीं रोक दिया गया। इसके बाद स्वयं सेवक सड़क को जाम कर बीच सड़क पर ही बैठ गए।
स्वयंसेवक की मांग CM करें निर्णायक वार्ता
पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ के बैनर तले निकली सीएम हाउस घेराव प्रदर्शन मोरहाबादी में ही रोक दिया गया। स्वयं सेवक संघ सीएम से वार्ता पर अड़ गये । पुलिस प्रशासन से उनकी बात चल रही है। स्वयं सेवकों का कहना है कि अगर प्रशासन वार्ता के लिए 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को नहीं बुलाती है तो आंदोलन का स्वरूप उग्र हो जाएगा। हम हर हाल में सीएम हाउस घेराव करेंगे। हालांकि पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ के कुछ लोगों का कहना है कि इसी बैरिकैडिंग में हमें रोक कर रखने से यह आंदोलन समाप्त नहीं हो जाएगा। हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। संघ अनिश्चितकालीन धरने पर राजभवन के सामने बैठे हैं। संघ का कहना है कि 50 दिनों बाद भी जब सरकार की नींद नहीं खुली। इसके बाद हम मोराहाबादी में एकजुट होकर मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने निकले हैं। लेकिन प्रशासन हमें आगे बढ़ने नहीं दे रही है। प्रदर्शन के स्वरूप को देखते हुए मौके पर सिटी डीएसपी दीपक कुमार भी पहुंचे हैं। वहीं टाउन सीओ और बड़गाई सीओ भी मौजूद हैं। पंचायत सचिवालय स्वयं सेवक संघ के सदस्य लगातार अपनी एकजुटता दिखाते हुए नारेबाजी कर रहे हैं। किसी भी अनहोनी को देखते हुए मोरहाबादी में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं। वाटर कैनन की गाड़ी भी तैनात है।