गिरिडीह में 50 लाख की ठगी! सहायक अध्यापक ने 84 महिलाओं के नाम पर लिया लोन, पैसे लेकर फरार

गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के अड़वारा पंचायत में 84 महिलाओं से 50 लाख रुपये से अधिक की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। ठगी का आरोप गांव के ही सहायक अध्यापक पवन सिंह पर है, जो घटना के बाद फरार हो गया है। पीड़ित महिलाओं के अनुसार, सहायक अध्यापक पवन सिंह ने आधार और वोटर कार्ड अपडेट कराने के नाम पर उनके दस्तावेज लिए थे। इसके बाद उन्होंने फिंगरप्रिंट लेकर यह कहकर सत्यापन किया कि कागजात अपडेट हो गए हैं। लेकिन असल में पवन सिंह ने माइक्रो फाइनेंस कंपनी से उनके नाम पर लोन पास करा लिया और फिर फर्जी तरीके से रकम निकालकर फरार हो गया।
कैसे हुआ ठगी का खुलासा?
इस फर्जीवाड़े की पोल तब खुली जब माइक्रो फाइनेंस कंपनी के अधिकारी गांव पहुंचे और महिलाओं से लोन की रकम चुकाने का दबाव बनाने लगे। जब महिलाओं को पता चला कि उनके नाम पर लोन लिया गया है, तो वे हैरान रह गईं। पीड़ित महिलाओं का कहना है कि उन्होंने किसी भी लोन के लिए आवेदन नहीं किया था, फिर भी उनके नाम पर 22 हजार से लेकर 1 लाख रुपये तक की लोन राशि स्वीकृत करवा ली गई और अवैध रूप से निकाली गई।

फाइनेंस कंपनी का रुख और पुलिस की जांच
मामले में फाइनेंस कंपनी के बगोदर ब्रांच मैनेजर दीपक कुमार का कहना है कि अड़वारा में तीन सेंटरों के जरिए 84 महिलाओं को लोन दिया गया है। कंपनी के पास सभी दस्तावेज मौजूद हैं। कुछ महिलाओं ने लोन चुकता कर दिया है, लेकिन बाकी भुगतान करने से इनकार कर रही हैं। उनका कहना है कि सहायक अध्यापक पवन सिंह ने उनके साथ धोखाधड़ी की है। हालांकि, कंपनी ने साफ कर दिया है कि लोन चुकाने की जिम्मेदारी महिलाओं की ही होगी।
पीड़ित महिलाओं ने बगोदर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस अवर निरीक्षक अंजन कुमार ने कहा है कि मामले की जांच जारी है और दोषी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।