भारतीय सीमेंट उद्योग में दिखेगी बेहतर वॉल्यूम ग्रोथ, UltraTech, Ambuja और Ramco Cements में आ सकती है 31% तक तेजी
ब्रोकरेज फर्म नोमुरा के अनुसार वित्त वर्ष 2025-26 में भारतीय सीमेंट उद्योग में वित्त वर्ष 2024-25 की तुलना में बेहतर वॉल्यूम ग्रोथ देखने को मिलेगी। साथ ही नोमुरा का यह भी कहना है कि केवल कॉस्ट फोकस्ड कंपनियां ही मार्जिन विस्तार देखने में सफल होंगी। इस अनुमान के साथ नोमुरा ने अल्ट्राटेक सीमेंट, अंबुजा सीमेंट्स और रामको सीमेंट्स के लिए अपनी 'बाय' रेटिंग को बरकरार रखा है।
साथ ही अल्ट्राटेक के लिए 12,800 रुपये, अंबुजा सीमेंट्स के लिए 690 रुपये और रामको सीमेंट्स के लिए 1,060 रुपये प्रति शेयर का टारगेट प्राइस दिया है। यह नया टारगेट प्राइस इन तीनों कंपनियों के शेयरों के बीएसई पर 9 जनवरी को बंद भाव से क्रमश: 13, 31 और 13 प्रतिशत ज्यादा है।
इसके उलट ब्रोकरेज ने ACC और नुवोको विस्टास के लिए रेटिंग को 'न्यूट्रल' से घटाकर 'रिड्यूस' कर दिया। श्री सीमेंट के लिए भी रेटिंग को 'बाय' से घटाकर 'न्यूट्रल' कर दिया है। नोमुरा ने डालमिया भारत के लिए भी 'रिड्यूस' रेटिंग दी है। 9 जनवरी को अल्ट्राटेक सीमेंट, रामको सीमेंट, अंबुजा सीमेंट्स, एसीसी, श्री सीमेंट, जेके सीमेंट, जेके लक्ष्मी सीमेंट और नुवोको विस्टास के शेयरों में गिरावट है। वहीं डालमिया भारत के शेयरों में बेहद मामूली तेजी है।
नोमुरा का मानना है कि वित्त वर्ष 2026 में भारत के सीमेंट उद्योग के लिए वॉल्यूम ग्रोथ 6 प्रतिशत रहेगी। वित्त वर्ष 2025 में इसकी उम्मीद केवल 3 प्रतिशत वॉल्यूम ग्रोथ की है। हालांकि ब्रोकरेज, सीमेंट इंडस्ट्री के लिए प्राइसिंग आउटलुक पर निगेटिव बनी हुई है। उसका मानना है कि इंडस्ट्री कंसोलिडेशन के बीच प्राइसिंग अनुशासनहीनता, ट्रेड की कीमतों को सीमित रखेगी। नोमुरा ने कहा, "हमें उम्मीद है कि उद्योग में चल रहे कंसोलिडेशन के बीच बाजार हिस्सेदारी के झगड़े के कारण सीमेंट ट्रेड प्राइस काफी हद तक कमजोर रहेंगे।"