सुशील मोदी के 7 सवालों पर जेडीयू का पलटवार, कहा- उन्हें ज्ञान बढ़ाने की जरुरत

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के पूछे गए 7 सवालों पर जेडीयू काफी नाराज हो गई है. जेडीयू के उपाध्यक्ष संजय सिंह ने सुशील मोदी को ज्ञान बढ़ाने की नसीहत दे डाली है.
आपको बता दें संजय सिंह ने कहा कि, जनवरी 2022 में विशेष न्यायालय के गठन के बाद केवल 1 अभियुक्त ऐसा था जिसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. लेकिन इसके बाद से 198 अभियुक्तों को 5 साल, 9 अभियुक्तों को 6 साल, 23 अभियुक्तों को 7 साल, छह अभियुक्तों को 8 साल और 33 अभियुक्तों को 10 साल की सजा सुनाई गई है. इसके पहले जो जहरीली शराब से घटना घटी थी उसमें 12 अभियुक्तों को उम्रकैद हुई है.
आगे उन्होंने कहा कि, बिहार मद्यनिषेध अधिनियम 2016 की धारा- 42 में कनविक्शन के बाद मुआवजा वसूली का प्रावधान है. गोपालगंज खजूर बन्नी जहरीली शराब के मामले में अभियुक्तों के कनविक्शन के बाद मुआवजा वसूली का काम शुरू किया गया, लेकिन उच्च न्यायालय ने इसपर रोक लगा दिया. 1 अप्रैल 2022 से अभी तक शराब पीने के आरोप में 165554 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई है. 152016 शराबियों को सजा सुनाई गई है. 148251 अभियुक्तों को 2000 से लेकर ₹5000 का जुर्माना पर छोड़ दिया गया है. वहीं, 3576 अभियुक्तों को 1 माह की सजा सुनाई गई है और 189 आरोपियों को एक साल की जेल हुई.
सुशील मोदी ने रविवार को शराबबंदी के मुद्दे पर नीतीश सरकार से सात सवालों का जवाब मांगा था. सुशील मोदी ने अपने सात सवालों के जरीए शराबबंदी पर नीतीश सरकार को घेरने की कोशिश की थी. उन्होंने कहा था कि सरकार ईमानदारी से शराबबंदी से जुड़े सात सवालों का जवाब दे, ताकि बिहार में शराबबंदी कानून को लागू करने के वक्त जो गलतियां हुई हैं उसे सुधारा जा सके.