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भारतीय जनता पार्टी के सवालों से डरकर भागी आम आदमी पार्टी की मेयर : राजा इक़बाल सिंह

दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष व पूर्व महापौर राजा इक़बाल सिंह ने आज निगम मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर बताया कि आज आम आदमी पार्टी की मेयर का आख़िरी सदन था जिसमें स्थायी समिति, वार्ड समिति व अन्य समितियों के गठन, कूड़े व नागरिकों की समस्याओं के संबंध में हम अपनी बात रखना चाहते थे। उन्होंने बताया कि सदन में शोक प्रस्ताव के दौरान आम आदमी पार्टी की मेयर निगम अधिकारियों के साथ बातचीत करते दिख रही थी जो कि असंवेदनशील था। जब मेयर को शोक प्रस्ताव के दौरान शांति बनाए रखने के लिए कहा गया तो उन्होंने जवाब में कहा कि “सिर्फ़ मौन ही तो रखना है”। यह दर्शाता है कि ये लोग कितने अमर्यादित व मानवता के ख़िलाफ़ है। 

राजा इक़बाल सिंह ने बताया कि सदन शुरू होने का समय दोपहर 02:09 बजे रखा गया था मगर आम आदमी पार्टी के मेयर 2:45 पर निगम सदन में आयी जिससे पता चलता है कि आम आदमी पार्टी स्वयं ही सदन को नहीं चलने देना चाहती उनको पता था कि वो लेट आएंगी तो पार्षद इस बात पर उनसे सवाल पूछेंगे और हंगामा होगा। उन्होंने बताया कि एक सदन के संचालन में लाखो रुपये का ख़र्चा होता है, पूर्वी दिल्ली की जनता का ध्यान निगम सदन की बैठक पर होता है की सदन की बैठक से नागरिकों को क्या मिलेगा और क्या विकास कार्य किए जाएंगे। मगर आम आदमी पार्टी की मेयर तो बिज़ी हैं उन्हें सदन के समय की कोई चिंता नहीं है वह आराम से अपने कक्ष से 02:45 पर सदन में पहुँची। उन्होंने बताया कि पॉइंट ऑफ़ ऑर्डर के दौरान आम आदमी पार्टी की पार्षद उन्हीं की पार्टी के ख़िलाफ़ बोल रही थी, इससे पता चलता है कि आम आदमी पार्टी के पार्षद उनकी पार्टी के ख़िलाफ़ हैं। 

राजा इक़बाल सिंह ने बताया कि हमारी साथ ही पार्षद कमलजीत सहरावत को भारतीय जनता पार्टी से लोक सभा उम्मीदवार बनाए जाने के लिए बधाई दी और उन्होंने बताया कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकों के लिए इतने सराहनीय कार्य किए हैं कि जिसकी बदौलत दिल्ली के भाजपा के सातों उम्मीदवार सिर्फ़ उम्मीदवार ही नहीं है लगभग सांसद बन चुके हैं क्योंकि जनता का विश्वास जनता का वोट भारतीय जनता पार्टी के साथ है। 

राजा इक़बाल सिंह ने बताया कि जब निगम सदन की बैठक शुरू हुई तो आम आदमी पार्टी के पार्षदों और नेता सदन ने बैठक को गुमराह करने की काफ़ी कोशिश की। तब हमने आम आदमी पार्टी के पार्षद अंकुश नारंग के खिलाफ़ लगी पॉस्को धाराओं पर भी चर्चा करने की माँग की। उन्होंने बताया कि यह दर्शाता है कि यह पार्टी “रावण पार्टी” बन गई है। जो लोगों से दुर्व्यवहार करती है, शराब बेचती है व महिलाओं के साथ अभद्रता करती है। इससे पहले उनके विधायक प्रकाश जरवाल ने एक डॉक्टर को इतना परेशान किया कि उन्हें आत्महत्या करनी पड़ी। आम आदमी पार्टी के विधायक व मंत्री एक-एक करके जेल जा रहे हैं और अब इनके पार्षदों का भी इसमें नंबर आने लगा है। कैसे कैसे लोग है आम आदमी पार्टी में कोई अभद्रता कर रहा है, कोई छेड़खानी कर रहा है, कोई शराब में घोटाला कर रहा है, कोई दिल्ली जल बोर्ड में घोटाला कर रहा है और कोई स्कूलों के निर्माण में घोटाला कर रहा है। ऐसे घोटालेबाजों को दिल्ली की जनता आने वाले लोकसभा चुनावों में सबक़ सिखाएगी। उन्होंने बताया कि जब हमने सच बोलना शुरू किया तो आम आदमी पार्टी के मेयर को ये सब अच्छा नहीं लगा, क्योंकि ये लोग सोचकर आते हैं की चर्चा नहीं करेंगे और चर्चा करेंगे तो इनकी सारी पोल पट्टी खुल जाएगी। हम निगम सदन में बैठने नहीं आये नागरिकों की आवाज़ उठाने आये है और जब हम नागरिकों की आवाज़ उठाने लगे तो महापौर सदन को स्थगित करके भाग गई।