अरुण भारती बोले- पशुपति पारस नीयत सही नहीं, बहन को नहीं देना चाहते हिस्सा

जमुई MP अरुण भारती ने चिराग पासवान के परिवार में संपत्ति विवाद को लेकर रिएक्शन दिया। उन्होंने कहा कि पशुपति पारस अपनी बहन को हिस्सा नहीं देना चाहते हैं। जिस तरह से वह चिराग पासवान की बड़ी मां को संपत्ति से बेदखल करना चाहते हैं, उसी तरह अपनी बहन को भी संपत्ति से बेदखल करना चाहते हैं, इसलिए वह संपत्ति का बंटवारा तीन लोगों में चाहते हैं।
अरुण भारती ने कहा कि अगर संपत्ति का बंटवारा ही होना है तो पूरी संपत्ति का बंटवारा होगा। चारों भाई बहनों को बराबर का हिस्सा मिलना चाहिए। हर किसी की संपत्ति की जांच होनी चाहिए।
अरुण भारती बोले कि पशुपति पारस ने कहा था कि हिन्दू लॉ के मुताबिक हम तीन बेटों में संपत्ति बांट दी जाए, लेकिन भारतीय कानून के मुताबिक सभी बच्चों को सामान अधिकार मिलने की बात कही जाती है। रामविलास पासवान की पहली पत्नी और चिराग पासवान की बड़ी मां ने कहा है कि वह चिराग के साथ उनके पक्ष में खड़ी हैं। क्या इसलिए पशुपति पारस की पत्नी और छोटी बहन बड़ी मां के कमरे में जाती हैं और ताला लगा देती हैं।

पशुपति पारस की नीयत कुछ दिन पहले ही उनके बयानों से खुल गई थी, जब उन्होंने कहा था कि हम तो पिछले 10 सालों से चाहते थे कि संपत्ति का बंटवारा हो। इसका मतलब यह है कि उनकी नजर अपने बड़े भाई की कुर्सी पर पहले से थी।
रामविलास पासवान ने अलौली विधानसभा सीट से अपना पहला चुनाव लड़ा था। यह उनकी आखिरी विरासत है। अगर पशुपति पारस ने किसी भी तरह का हस्तक्षेप किया। तो अलौली विधानसभा सीट से लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास अपना उम्मीदवार उतारेगी। यह ऐलान मैं आज कर रहा हूं।