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इस साल बिहार सरकार देगी 12 लाख लोगों को नौकरी, गांधी मैदान से राज्यपाल का बड़ा ऐलान

 

 देश भर में आज 76वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है. इस अवसर पर पटना के गांधी मैदान में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने तिरंगा फहराया. इस मौके पर राज्यपाल ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की. उन्होंने कहा कि इस साल सरकार 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देगी और 34 लाख लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करेगी.

राज्यपाल ने सरकार की उपलब्धि गिनाते हुए कहा कि बीते सालों में करीब 9 लाख लोगों को नौकरियां दी गईं। साथ ही शिक्षा, महिला सशक्तिकरण समेत हर क्षेत्र में सरकार ने काम किया है।

गांधी मैदान में गणतंत्र दिवस के जश्न में सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी समेत मंत्री अधिकारी मौजूद रहे। झंडोत्तोलन से पहले IPS भानु प्रताप सिंह ने राज्यपाल को परेड की सलामी दी।

इसके बाद 20 कंपनियों की परेड निकाली गई। अब 15 विभाग की झांकियां निकाली गईं। बेस्ट परेड के लिए SSB का चयन हुआ है। वहीं झांकियों में उद्योग विभाग की झांकी फर्स्ट रही, जबकि पशु एवं मत्स्य विभाग और जीविका की झांकी दूसरे और खेल विभाग की तीसरे नंबर पर रहीं।

राज्यपाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में पहले स्कूलों और शिक्षकों की संख्या कम थी। इसलिए बड़ी संख्या में स्कूल खोले गए हैं। उनकी आधारभूत संरचनाओं को भी मजबूत किया गया है। नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति की गई। बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा बड़े पैमाने पर शिक्षकों की बहाली की गई है। नियोजित शिक्षकों की परीक्षा लेकर सरकारी शिक्षक बनाया जा रहा है।

राज्यपाल ने कहा कि सरकार महिला सशक्तिकरण पर जोर दे रही है। साल 2006 में पंचायती राज संस्थाओं और नगर निकाय में महिलाओं के लिए 50 फीसदी आरक्षण की शुरुआत की गई है। वर्तमान में पुलिस में महिलाओं की संख्या 30 हजार है, जो देश में सबसे अधिक है। 2016 से सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35% आरक्षण दिया गया है। बिहार में जीविका के तहत 10 लाख से ज्यादा स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया है।

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद ने गणतंत्र दिवस पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'राज्य सरकार ने साल 2006 से ही कब्रिस्तान की घेराबंदी शुरू की। साल 2016 से 60 साल से पुरानी मंदिरों में चहारदीवारी का भी निर्माण कराया जा रहा है। बड़ी संख्या में सड़कें, पुल-पुलिया बनाए गए हैं। साल 2006 से अस्पतालों में मुफ्त इलाज और दवा की व्यवस्था की गई है। पहले 6 मेडिकल कॉलेज थे, जिनकी संख्या अब 12 हो गई है। जिसके अलावा 14 बनाए जा रहे हैं।'