कैबिनेट विस्तार को लेकर गरमाई बिहार की सियासत,RCP सिंह ने पूछा- इन समाजों की अनदेखी क्यों?

बिहार में कैबिनेट विस्तार के बाद तमाम विपक्षी पार्टियां सवाल खड़े कर रहीं हैं. आप सबकी आवाज (आसा) पार्टी के संयोजक आरसीपी सिंह (RCP Singh) की बिहार में हुए कैबिनेट विस्तार पर प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने गुरुवार (27 फरवरी) को एक्स पर पोस्ट कर सवाल खड़े किए हैं.
एक्स पर लिखा, "अंततः बिहार में चुनाव के कुछ महीने पूर्व एनडीए सरकार में मंत्रियों के सभी पद भर दिए गए हैं. नवनियुक्त मंत्रियों को बहुत-बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं. इस विस्तार में महिलाओं, अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों को प्रतिनिधित्व नहीं मिलना, यादव समाज एवं अल्पसंख्यकों की अनुपस्थिति,"सबका साथ, सबका विकास,सबका विश्वास, सबका प्रयास" के संकल्प की अनदेखी नहीं तो और क्या है?"

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आगे लिखा, "कुछ और उदारता बरतने से सर्वसमाज में अच्छा संदेश जाता एवं समावेशी समाज के निर्माण की जड़ें और मजबूत होती." बता दें कि बिहार में बुधवार (26 फरवरी) को सात विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. उन विधायकों में दरभंगा के विधायक संजय सरावगी, जाले के जिवेश मिश्रा, साहेबगंज के राजू कुमार सिंह, सिकटी के विजय कुमार मंडल, बिहार शरीफ के सुनील कुमार, रीगा के मोतीलाल प्रसाद और अमनौर के कृष्ण कुमार मंटू शामिल हैं.
सीएम नीतीश के करीबी रहे आरसीपी सिंह ने कुछ दिनों पहले गठबंधन को लेकर भी बयान दिया था. मीडिया ने उनसे बातचीत के दौरान पूछा था कि आपकी पार्टी का किसके साथ गठबंधन होगा? इस पर उन्होंने कहा था कि हमने गठबंधन को लेकर अभी कोई निर्णय नहीं लिया है. हमारे मन में किसी के खिलाफ कोई बात नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा था कि नीतीश सरकार 20 साल से सत्ता में है. परिवर्तन प्रकृति का नियम है. अब हम चाहते हैं कि बदलाव होना चाहिए.
बिहार के चुनावी समीकरणों पर बात करते हुए आरसीपी सिंह ने कहा था कि बिहार में जितने भी दल हैं वो हमारी ताकत जानते हैं और हम उनकी ताकत जानते हैं. हम उनसे सहयोग मांगेंगे और उनका सहयोग भी करेंगे. हम किसी को नापसंद नहीं करते. हम सबको पसंद करते हैं.