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राहुल गांधी के आरक्षण वाले बयान पर बोले चिराग पासवान, खत्म करना तो दूर, सोचना भी अपराध

 

केंद्रीय मंत्री और लोजपा(आर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आरक्षण के मुद्दे पर घेरा है। आरक्षण पर दिए राहुल गांधी के एक बयान पर चिराग पासवान ने कहा कि राहुल गांधी के बयान से कांग्रेस पार्टी की मानसिकता का पर्दाफाश हुआ है। कांग्रेस चाहती है, और उनकी प्राथमिकताओं में यह रहा है कि आरक्षण को समाप्त कर दिया जाए। 

चिराग पसावान ने कहा कि केंद्र में लंबे अरसे तक सत्ता में रहने के बावजूद कांग्रेस ना तो जातीय जनगणना करा पाई और ना ही ओबीसी आरक्षण को ही लागू कर पाई। इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस की सोच शुरू से आरक्षण विरोधी रही है।

दरअसल लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अमेरिका के दौरे पर हैं। यहां के जॉर्ज टाउन यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स की तरफ से पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था, 'कांग्रेस आरक्षण समाप्त करने के बारे में तब सोचेगी जब देश में निष्पक्षता होगी। फिलहाल देश में ऐसी स्थितियां नहीं है।

पासवान ने कहा कि विश्वास दिलाता हूं कि जब तक मैं, और मेरी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) है तब तक न तो आरक्षण को कोई खतरा है और न ही संविधान को। कांग्रेसी मानसिकता वाले लोग जनता को गुमराह करने के लिए ऐसे बयानों का इस्तेमाल करते आए हैं। आरक्षण का मुद्दा कांग्रेस का चुनावी जुमला है, जिससे हम सबको सावधान रहने की जरूरत है।

राहुल गांधी के इस बयान के बाद केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि संवैधानिक व्यवस्था को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए आरक्षण जरूरी है। ऐसे में आरक्षण को समाप्त करना तो दूर, कोई उस प्रावधान से छेड़छाड़ करने की भी नहीं सोच सकता।

केंद्रीय मंत्री ने आगे लिखा है कि आरक्षण समाप्त करने की साजिश का दोषारोपण ये दूसरों पर करते हैं, जबकि हकीकत यह है कि ऐसी मानसिकता इन लोगों की ही है। दोनों गठबंधनों में कितना फर्क है कि एक ओर नेता प्रतिपक्ष आरक्षण समाप्त करने की सोच रखते हैं तो दूसरी तरफ एनडीए के सर्वमान्य नेता नरेंद्र मोदी आरक्षण के सभी प्रावधान को वैसे ही लागू रखने के लिए कृतसंकल्प हैं।