'हम आह भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम', सदस्यता रद्द होने पर छलका सुनील सिंह का दर्द, निशाने पर नीतीश
आरजेडी से एमएलसी औऱ लालू परिवार के निकट रहे सुनील कुमार सिंह को बिहार विधान परिषद् से आचार समिति की रिपोर्ट के आधार पर मॉनसून सत्र में बर्खास्त कर दिया गया है। वे अपने गुस्से का इजहार पहले ही कर चुके हैं। कई तरह से नीतीश कुमार सहित सभापति व आचार समिति पर सवाल उठा चुके हैं। अब सुनील कुमार सिंह द्वारा सोशल मीडिया के जरिए कटाक्ष जारी है।
उनके निशाने पर नीतीश कुमार तब भी रहे हैं जब नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की सरकार बिहार में रही। बर्खास्त किए जाने के बाद सुनील कुमार सिंह ने नीतीश कुमार को इसके लिए जिम्मेवार बताया। अब सुनील कुमार सिंह सोशल मीडिया पर जो कह रहे हैं वह देखिए -' पता नहीं लोग उन्हें कैसे मानसिक रुप से बीमार बताते हैं? 'मुझे तो ऐसा लगता है कि ये तो रंगमंच का सबसे भारी कलाकार है! 'दूसरे पोस्ट में उन्होंने लिखा- आप तो सब जानते ही हैं, हम तो करते ही रहते हैं, यह फालतू वाक्य किसके लोल से हमेशा सुनने को मिलता है? तीसरे पोस्ट में सुनील सिंह ने लिखा है- अकबर इलाहाबादी जी का एक मशहूर नज्म आपकी खिदमत दृष्टांत कर रहा हूं- 'हम आह भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम! वो कत्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होता!'
दिलचस्प यह है कि सुनील कुमार सिंह किसी का नाम लिए बिना यह सब लिख रहे हैं। लोग समझ रहे हैं उनका इशारा किस तरफ है। सुनील कुमार सिंह को उनके फॉलोवर्स तरह-तरह की सलाह भी दे रहे हैं। उनके कई समर्थक इसे क्षत्रिय समाज का अपमान भी बता रहे हैं। सुनील कुमार का ताजा बयान भी आया है। उन्होंने कहा है कि कैसे लोकतंत्र बचेगा यह पूरे देश के लिए चिंता का विषय है। लोकतंत्र के मंदिर में लोकतंत्र की हत्या हो रही है।